राजस्थान सरकार की ओर से राजस्थान पुलिस के लिए एक बड़ी राहत की खबर आई है। अब ड्यूटी के दौरान चोटग्रस्त होने वाले राजस्थान के पुलिसकर्मियों को सहायता राशि दी जाएगी। साथ ही, राजस्थान पुलिस कर्मियों की अस्पतालों में सारसंभाल हो सके, इसके लिए वहां कुछ पुलिसकर्मियों को चिन्हित कर समन्वयक की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। इस संबंध में डीजीपी ओपी गल्होत्रा ने एक आदेश जारी किया जिसमें अपराधों की रोकथाम एवं कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए ड्यूटी के दौरान घायल होने पर ऐसे पुलिसकर्मियों को राजस्थान पुलिस कल्याण निधि के तहत सहायता राशि उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
जैसी चोट वैसी सहायता राशि
अगर ड्यूटी के दौरान किसी पुलिसकर्मी को चोट लगती है या वह घायल होता है तो उसकी चोट की गंभीरता को देखते हुए सहायता राशि स्वीकृत की जाएगी। राजस्थान पुलिस अधीक्षक या फिर कमाडेंट सहायता राशि स्वीकृत करेंगे। नियमों के अनुसार …
- सिर में गम्भीर चोट लगने पर 30 हजार रूपए,
- शरीर के अन्य हिस्सों में गम्भीर चोटें आने पर 15 हजार रूपए एवं
- मल्टीपल साधारण चोट की स्थिति में पुलिसकर्मी को 5 हजार रूपये तक की सहायता राशि उपलब्ध करवाई जाएगी।
अतिरिक्त राशि के मामले पुलिस मुख्यालय में जाएंगे
इस आदेश के अनुसार चोटग्रस्त राजस्थान पुलिस अधिकारी अथवा पुलिसकर्मी को प्रत्येक प्रकरण में जल्द ही सहायता राशि उपलब्ध कराई जाएगी। निर्देशों में कहा गया है कि घायल हुए पुलिसकर्मी के सम्बन्धित पुलिस अधीक्षक अथवा कमाण्डेन्ट सहायता के प्रकरणों में राजस्थान पुलिस कल्याण निधि नियम में प्रदत्त वित्तीय शक्तियों के तहत जरुरत के अनुसार सहायता राशि स्वीकृत कर सकेंगे। अतिरिक्त राशि की जरुरत होने पर इन मामलों को पुलिस मुख्यालय भिजवाया जाएगा।
इस संबंध में एडीजी आयोजना, आधुनिकीकरण एवं कल्याण भूपेन्द्र कुमार दक ने पुलिसकर्मियों के उपचार के लिए सवाई मानसिंह चिकित्सालय एवं अन्य संभागीय चिकित्सालयों में जानकार पुलिसकर्मियों को समन्वयक नियुक्त करने के निर्देश प्रदेश के सभी महानिरीक्षक पुलिस रेंज एवं पुलिस कमिश्नर जयपुर व जोधपुर को दिए है।
एसएमएस अस्पताल में होंगे 4 समन्वयक
सवाई मानसिंह चिकित्सालय में 4 एवं अन्य संभाग स्तर पर स्थित चिकित्सालयों में 2-2 जानकार पुलिसकर्मियों को समन्वय बनाकर नियुक्त किया जाएगा। समन्वय हेतु नियुक्त किए गए पुलिसकर्मियों के मोबाइल नंबर भी क्षेत्राधिकार में प्रसारित करने के लिए कहा गया है।
समन्वयक पुलिसकर्मी चिकित्सालयों में रोगी पुलिसकर्मियों की जांच, उपचार, खुराक, ब्लड की व्यवस्था एवं परिजनों के आवास इत्यादि में आवश्यक सहायता उपलब्ध कराएंगे।