राजस्थान की वसुंधरा राजे सरकार ने प्रदेश के लाखों किसानों को राहत देने का काम करते हुए बुधवार से मूंग एवं उड़द की एमएसपी पर खरीद के लिए आॅनलाइन पंजीयन शुरू कर दिया है। इससे पहले मंगलवार को सहकारिता मंत्री अजय सिंह किलक ने बताया कि प्रदेश में अक्टूबर माह के मध्य से समर्थन मूल्य पर मूंग एवं उड़द की खरीद प्रारम्भ हो जाएगी। इसके लिए आॅनलाइन पंजीकरण 3 अक्टूबर से शुरू किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार ने मूंग एवं उड़द खरीद के लिए अनुमति प्रदान कर दी है तथा मूंग का 2.39 लाख मीट्रिक टन तथा उड़द का 88 हजार 375 मीट्रिक टन खरीद लक्ष्य राज्य सरकार को दिया है। मंत्री किलक ने कहा कि पंजीकरण के अभाव में किसानों से समर्थन मूल्य पर खरीद संभव नहीं होगी।
ई-मित्र एवं खरीद केन्द्रों पर प्रातः 10 बजे से सायं 7 बजे तक होगा पंजीकरण
सहकारिता मंत्री किलक ने बताया कि प्रारम्भ में मूंग एवं उड़द की खरीद समर्थन मूल्य पर की जा रही है। उन्होंने कहा कि किसानों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो, इसके लिए गतवर्ष की भांति ऑनलाईन पंजीकरण की व्यवस्था ई-मित्र एवं खरीद केन्द्रों पर प्रातः 10 बजे से सायं 7 बजे तक की गई है। ई-मित्र से पंजीकरण कराने पर किसान को 21 रुपए तथा समिति के खरीद केन्द्र पर पंजीकरण कराने के लिए किसान को 10 रुपए का भुगतान करना होगा। उन्होंने बताया कि पंजीकरण के दौरान किसान को भामाशाह कार्ड नंबर, खसरा गिरदावरी एवं बैंक पासबुक देनी होगी। किलक ने बताया कि भामाशाह कार्ड नहीं होने की स्थिति में ई-मित्र पर तत्काल ही भामाशाह के लिए एनरोलमेंट किया जाएगा एवं एनरोलमेंट नंबर से ऑनलाईन पंजीकरण की प्रक्रिया पूरी हो सकेगी।
मूंग के लिए 130 एवं उड़द के लिए 58 खरीद केन्द्र किए चिन्हित
सहकारिता मंत्री किलक ने बताया कि प्रदेश में मूंग के लिए 130 एवं उड़द के लिए 58 खरीद केन्द्र चिन्हित किए गए हैं। वर्ष 2018-19 के लिए मूंग के लिए 6975 रुपए एवं उड़द के लिए 5600 रुपए प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य बोनस के साथ घोषित किया है। उन्होंने बताया कि खरीद के दौरान कई बार पंजीकरण से जुड़ी अव्यवस्थाओं की वजह से किसान को परेशानी का सामना करना पड़ता था, इसके लिए हमने पूर्व वर्ष की भांति ऑनलाईन पंजीकरण की व्यवस्था लागू की है। जिससे हमारे किसान भाइयों को किसी प्रकार की परेशानी न हो। किलक ने बताया कि किसानों को अपनी उपज बेचने में किसी प्रकार की परेशानी न हो इसके लिए खरीद केन्द्रों पर आवश्यकतानुसार तौल-कांटें लगाये जाएंगे एवं पर्याप्त मात्रा में बारदाना उपलब्ध कराया जाएगा।