वसुंधरा राजे सरकार महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बेहद गंभीर नज़र आ रही है। राज्य में शहरी और ग्रामीण महिलाओं को सुरक्षा मुहैया कराने के लिए सरकार का प्रयत्न जारी है। इसी कड़ी में सरकार ने महिला सुरक्षा को लेकर एक योजना की शुरूआत की है। राजस्थान महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से मंगलवार को जयपुर के जवाहर कला केन्द्र में ‘चिराली-साथ सदा के लिए’ योजना का शुभारंभ किया गया। चिराली योजना के तहत गांवों में महिलाओं की सुरक्षा के लिए वॉलिन्टियर्स लगाए जाएंगे और महिलाओं के प्रेशर ग्रुप बनाए जाएंगे। यह योजना अभी प्रदेश के 7 जिलों में शुरू की गई है, जिसमें बूंदी, बासंवाड़ा, भीलवाड़ा, जालौर, झालावाड़, प्रतापगढ़ और नागौर जिलें शामिल है। सरकार जल्द ही राज्य के बाकी जिलों में भी चिराली योजना शुरू करेगी।
योजना की शुरूआत के अवसर पर महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री अनिता भदेल ने कहा कि महिला हिंसा की रोकथाम के लिए राजस्थान सरकार की पहल के रूप में ‘चिराली’ योजना शुरूआत की गई है। योजना के माध्यम से बने प्रेशर ग्रुप गांव में महिलाओं पर होने वाली हिंसा और कुरीतियों को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगी। समझाइश से भी नहीं मानने पर कानूनी प्रावधानों का प्रयोग किया जाएगा। महिलाओं की स्थिति समाज में बेहतर करने के लिहाज से सरकार की यह योजना कारगर साबित होगी। उन्होंने आगे कहा कि सभी योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए लोगों का सहयोग और भागीदारी आवश्यक है। इस योजना में जनता ही मिलकर अन्य साथियों को महिला सुरक्षा के लिए जागरुक करेगी।
Read More: वसुंधरा सरकार ने युवाओं को दिया एक और बड़ा तोहफा
इससे पहले भदेल ने ‘चिराली’ योजना के पोस्टर लॉन्च किया। योजना लॉन्चिंग के अवसर पर राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष सुमन शर्मा ने कहा कि गांवों में जागरूकता नहीं होने के कारण महिलाओं पर कई तरह के अत्याचार होते हैं। इस योजना के माध्यम से प्रेशर ग्रुप लोगों को जागरूक करेंगे, जिससे महिलाओं पर होने वाले अत्याचारों को रोकने में में मदद मिलेगी।