भामाशाह योजना की तरह अब राशन कार्ड में भी मुखिया महिला ही होगी। नए राशन कार्ड में इसके लिए प्रावधान होगा। राशनकार्ड में मुखिया के रूप में महिलाओं का नाम दर्ज करने का काम जल्द शुरू होने वाला है। खाद्य एवं रसद आपूर्ति विभाग की ओर से जयपुर जिले में नए राशन कार्ड बनाए जाने हैं। मौजूदा प्रचलन वाले राशन कार्ड की मियाद पूरी होने वाली है। अब नए राशन कार्ड महिलाओं के नाम से बनेंगे। अब घर का मुखिया पुरुष की जगह परिवार की सबसे उम्रदराज महिला होगी। वहीं परिवार में अगर कोई महिला 18 वर्ष की नहीं है तो पुरुष को गृहस्थ मुखिया बनाया जाएगा। लेकिन 18 वर्ष की होते ही युवती का नाम महिला के मुखिया के रूप में दर्ज हो जाएगा।
राशन कार्ड जिला स्तर पर तैयार किए जाएंगे। इसके लिए कर्मचारी घर घर जाकर सर्वे फार्म भरने का काम करेंगे। इस अधिनियम के तहत बनने वाला राशनकार्ड घर की मुखिया के नाम से बनाया जाएगा। इस दौरान महिला मुखिया को अपना पहचान पत्र दिखाना होगा। बैंक स्टेटमेंट की कॉपी भी फार्म के साथ लगानी होगी। महिला मुखिया के नाम से फार्म भरने के बाद घर के अन्य सदस्यों का विवरण दर्ज होगा। महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए खाद्य सुरक्षा अधिनियम में उनके नाम से राशनकार्ड बनाए जाने की योजना तैयार की गई है। उम्रदराज महिला न होने की स्थिति में 18 साल की उम्र पूरी कर चुकी युवती के नाम से राशन कार्ड बनेगा।
गौरतलब है कि खाद्य सुरक्षा अधिनियम की धारा 13 (1) व (2) में कहा गया है कि प्रत्येक परिवार में 18वर्ष से कम आयुु के महिला सदस्य की मौजूदगी में गृहस्थी का मुखिया पुरुष होगा। जबकि, महिला सदस्य के 18वर्ष की आयु के होते ही राशन कार्ड की गृहस्थ मुखिया महिला बन जाएगी। इससे पहले वसुंधरा सरकार की बहुप्रतिक्षित भामाशाह योजना में भी महिला को मुखिया बनाया गया था। गहलोत सरकार भी इसी तर्ज पर चलती नजर आ रही है। किसानों के बाद अब महिला वोट बैंक पर कांग्रेस सरकार की नजर हैं। आगामी दिनों में लोकसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में ये महिला कार्ड कितना प्रभावी होगा ये तो आने वाले वक्त ही बताएगा।
Content: Prakash