प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा की 200 सीटों पर चुनाव होने हैं। इसको लेकर राज्य निर्वाचन आयोग ने अपनी तैयारियों शुरू कर दी है। राज्य में अधिक से अधिक लोग मतदान में भागीदारी निभाएं इसके लिए चुनाव आयोग कई तरह की तैयारियां कर रहा है। राज्य निर्वाचन आयोग मतदाताओं को सुविधाएं मुहैया कराते हुए घर बैठे रजिस्ट्रेशन भी करेगा। दरअसल, निर्वाचन विभाग ने दिव्यांगों के लिए भी घर बैठे रजिस्ट्रेशन कराने की व्यवस्था शुरू की है। जिसके तहत अब दिव्यांग के एक फोन पर अब बीएलओ उनके घर पहुंचेंगे और उनका वोटर आईडी में नाम दर्ज करेंगे। आयोग की द्वारा शुरू की जा रही इस नई सुविधा के बाद दिव्यांगों को रजिस्ट्रेशन के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा।
इंटीग्रेटेड कॉल सेंटर की शुरूआत करने जा रहा राज्य निर्वाचन विभाग
राज्य निर्वाचन अधिकारी अश्विनी भगत ने बताया कि निर्वाचन विभाग दिव्यांगों के घर बैठे रजिस्ट्रेशन के लिए इंटीग्रेटेड कॉल सेंटर की शुरूआत करने जा रहा है। इससे प्रदेश के हजारों की संख्या में दिव्यांगों को आसानी से निर्वाचन प्रक्रिया से जोड़ा जा सकेगा। निर्वाचन विभाग की विशेष पहल के तहत दिव्यांग बीएलओ को वोटर रजिस्ट्रेशन, आईडी खोना, मिस प्रिंट होने संबंधित अपनी समस्याएं बता सकेंगे। इसके बाद इन शिकायतों का जल्द से जल्द हल कर दिया जाएगा। साथ ही दिव्यांगों को रजिस्ट्रेशन के लिए कहीं जाना नहीं पड़ेगा।
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राज्य निर्वाचन विभाग जारी करेगा टोल फ्री नंबर
नई पहल के तौर पर राज्य निर्वाचन विभाग बाकायदा एक टोल फ्री नंबर भी जारी करने जा रहा है। दिव्यांग को चुनाव संबंधित अपनी किसी भी समस्या के लिए टोल फ्री नंबरों पर सूचना देगी होगी। इसके तुरंत बाद बीएलओ दिव्यांग के घर पहुंचेगा और ऑनलाइन ही दिव्यांग के सामने सभी समस्याओं का समाधान करेगा। बता दें, राजस्थान समेत तीन राज्यों में करीब 3 माह बाद विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव से पहले राज्य चुनाव आयोग की दिव्यांगों के लिए यह पहल सराहनीय कदम है।