राजस्थान विधानसभा चुनाव में लोगों की भागीदारी बढ़ाने के लिए निर्वाचन आयोग प्रदेश में पहली बार इलेक्शन म्यूजिक नाइट आयोजित करने जा रहा है। इसके तहत राज्यभर में मतदाताओं को जागरुक करने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारियों द्वारा चलाए जा रहे नवाचारों को लोगों के सामने व्यापक रूप से डिसप्ले किया जाएगा। राजधानी जयपुर में आगामी 2 दिसंबर को भव्य म्यूजिकल नाइट का आयोजन होगा। इसमें निर्वाचन आयोग के नवाचारों का प्रदर्शन किया जाएगा। मतदाता जागरुकता के लिए लिखे गए गीतों की संगीतमयी प्रस्तुति दी जाएगी। इन गीतों के जरिए लोगों मतदाताओं को वोट का महत्व समझाया जाएगा।
मतदाता जागरूकता के लिए लिखे गीतों का स्थानीय भाषा में होगा गायन
राज्य में मतदाता जागरूकता के व्यापक प्रयासों के तहत निर्वाचन विभाग ने अपने स्वीप कार्यक्रम को ग्रामीण एवं शहरी जनता को उन्हीं की भाषा में बयां करने की पहल की है। इसके तहत कहीं हिंदी तो कहीं मिली-जुली राजस्थानी या आंचलिक भाषा में गीत लिखे और गाए जा रहे हैं। हनुमानगढ़ के जिला निर्वाचन अधिकारी अपने स्तर पर नामचीन हस्तियों से गीत लिखवाकर उनका लोक कलाकारों के जरिए गायन करवा रहे हैं। इस नवाचार को और आगे बढ़ाते हुए पहली बार राजस्थान चुनाव में म्यूजिकल नाइट का आयोजन किया जा रहा है। निर्वाचन विभाग के इस कार्यक्रम के तहत गायन के साथ ही कार्टून चरित्रों और अन्य साधनों के जरिए किए नवाचारों को भी प्रदर्शित किया जाएगा। विभाग को उम्मीद है कि इस पहल का वोटर्स पर सकारात्मक असर पड़ेगा।
Read More: राजस्थान: यूपी सीएम योगी दो दिन में करेंगे 11 तूफानी रैलियां, आज होगी पांच सभाएं
कहीं सांप सीढ़ी का खेल, तो कहीं मतदान थीम पर कॉमिक्स लोगों को लुभा रही
राजस्थान में मतदान के लिए हुए नवाचारों में चूरू कलेक्टर की छोटा भीम संग मतदान थीम पर कॉमिक्स स्टोरी मतदाताओं को लुभा रही है। वहीं अजमेर कलेक्टर ने सांप सीढ़ी के खेल के जरिए डूज एंड डोंटस बनाए हैं। हनुमानगढ़ कलेक्टर ने वोटू के कार्टून चरित्र को गढ़कर मतदाताओं को वोटिंग के लिए आकर्षित करने का प्रयास किया है। भरतपुर सहित अन्य कलेक्टर्स ने लोकगीतों के जरिए मतदाता जागरुकता बढ़ाने की अनूठी पहल की है। इलेक्शन म्यूजिक नाइट कार्यक्रम के दौरान मुख्य चुनाव अधिकारी आंनद कुमार और एसीईओ डॉ. जोगाराम भी उपस्थित रहेंगे। ये अधिकारी लोक कलाकारों का हौंसला बढ़ाएंगे।