राजस्थान के शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा है कि इस वर्ष शिक्षा का बजट 20 हजार से बढ़ा कर 34 हजार करोड़ किया जा रहा है। इसे अगले वर्ष बढ़ा कर 41 हजार करोड़ कर दिया जाएगा। शिक्षा को गुणवत्तापूर्ण बनाने के लिए राज्य में समग्र शिक्षा अभियान के तहत एकीकृत शिक्षा योजना का क्रियान्वयन किया जाएगा। इसके अलावा प्रदेश में छठी से 12वीं कक्षा के लिए कस्तूरबा विद्यालय शुरू किए जाएंगे।
गुणवत्तापूर्ण समावेशी शिक्षा पर होगा फोकस
मंत्री वासुदेव देवनानी ने बताया कि नवीन शिक्षा सत्र से प्री स्कूल से लेकर 12वीं कक्षा तक के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण समावेशी शिक्षा प्रदान की जाएगी। स्कूली शिक्षा में शिक्षकों के प्रशिक्षण एवं प्रौद्योगिकी के माध्यम से शिक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने पर राज्य सरकार का विशेष बल रहेगा। इसके तहत बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने, लर्निंग आउटकम बढ़ाने, शिक्षा में सामाजिक एवं लैंगिक असमानता को कम करने, स्कूलों को तय मापदंड के अनुरूप बनाने, स्कूलों में अधिक से अधिक व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा देने, शिक्षा के अधिकार अधिनियम को कड़ाई से लागू करने जैसे कार्यों पर राज्य सरकार का विशेष फोकस रहेगा।
केन्द्र सरकार देगी स्कूलों को फंडिंग
राज्य में सर्व शिक्षा अभियान, राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान और शिक्षक शिक्षण अभियान को इसके तहत एक साथ समाहित कर क्रियान्वित किया जाएगा। राज्य के एसआईईआरटी, डाइट, बीआरसी, सीआरसी की शत प्रतिशत फंडिंग के लिए केन्द्र सरकार ने स्वीकृति दे दी है। हर स्कूल को स्वच्छता अभियान, लायब्रेरी व खेलों के विकास के लिये 5 हजार से 10 रूपए दिए जाएंगे।
डिजिटल बोर्ड से लैस होंगे स्कूल
मंत्री देवनानी ने बताया कि राज्य में बीएड कोर्स अब दो वर्षीय एकीकृत कोर्स के रूप में क्रियान्वित किया जाएगा। विद्यालयों में आधुनिक सूचना-संचार प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने के अंतर्गत स्कूलों की कक्षा में डिजिटल बोर्ड अब ब्लैक बोर्ड की जगह लेंगे।
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