जयपुर। साल 2020 में राजस्थान में कई ऐसी बड़ी घटनाएं हुई हैं, जिन्हें सालों तक याद रखा जाएगा। चाहे वो तत्कालीन पीसीसी चीफ सचिन पायलट के बगावत का मामला हो, या फिर सरकार बचाने के लिए बाड़ाबंदी हो। ऐसे ही कुछ बड़ी घटनाएं साल 2020 में कांग्रेस के इतिहास में दर्ज हुई हैं, जिक्र सालों तक किया जाएगा। प्रदेश में इस वर्ष लॉकडाउन की सख्ती के बाद भी हत्याओं का चौंकाने वाला रिकॉर्ड सामने आया है। इस वर्ष अन्य अपराधों में भले ही गिरावट दर्ज की गई हो, लेकिन हत्याओं की संख्या रोंगटे खड़े कर देने वाली है।
नंवबर तक 1600 लोगों की हत्या
राजस्थान में लॉकडाउन की सख्ती और नियमित गश्त के बावजूद भी इस वर्ष नंवबर तक 1600 लोगों की हत्या कर दी गईं। यानी इस वर्ष प्रति माह औसतन 145 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया। प्रतिदिन के हिसाब से देखें तो हर दिन तकरीबन 5 लोगों की हत्या की गई।
वारदार से पुलिस अफसर भी परेशान
इस साल नवंबर महीने तक प्रदेश में हत्या के 1600 मामले दर्ज हो चुके हैं। दिसंबर के महीने के अंत तक यह आंकड़ा करीब 1700 तक पहुंच सकता है। हत्या के इन मामलों में से करीब एक हजार से ज्यादा केस तो पिछले छह महीने मे ही सामने आए हैं यानि अनलॉक के बाद। हत्या की इतनी ज्यादा वारदात के बाद अब राजस्थान पुलिस के अफसर परेशान हैं। वे इसे काबू करने के लिए प्रयासरत हैं।
हत्या के प्रयास की घटनाएं 1916
राजस्थान में इस अवधि में हत्या के प्रयास के भी 1916 मामले दर्ज किये गये हैं। यानी इन मामलों में वारदात के शिकार होने वाले लोग बस अपनी जान गंवाने से बच गये। अन्यथा हत्याओं का आंकड़ा और भी चौंकाने वाला हो सकता था। इन मामलों में हत्या केवल दुश्मनी की वजह से ही नहीं की गई, बल्कि लव, सेक्स और धोखा भी बड़ा कारण बताा गया।