राजस्थान की वसुंधरा राजे सरकार के अनुग्रह को स्वीकार करते हुए केन्द्र सरकार ने राज्य के किसानों से समर्थन मूल्य पर सरसों एवं चना खरीद की अनुमति प्रदान कर दी है। राजफैड 14 मार्च से कोटा संभाग के 20 केन्द्रों पर सरसों एवं 21 मार्च से 13 केन्द्रों पर चना की समर्थन मूल्य पर खरीद प्रक्रिया प्रारम्भ करेगा। राजफैड 4 अप्रैल से अन्य संभागों में सरसों एवं चने की खरीद शुरू कर देगा। राजस्थान में रबी सीजन में पहली बार कृषि जिंस खरीद ऑनलाइन होने जा रही है। बता दें कि इसे पहली बार खरीफ सीजन में लागू किया गया था। चुनावी वर्ष में प्रदेश के किसानों को कोई परेशानी न हो इसके लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं।
किसान ई-मित्र एवं खरीद केन्द्रों के माध्यम से करा सकते हैं ऑनलाइन पंजीकरण
सहकारिता मंत्री अजय सिंह किलक ने बताया कि किसान ई-मित्र एवं खरीद केन्द्रों के माध्यम से अपना ऑनलाइन पंजीकरण करा सकता है। उन्होंने कहा कि किसानों को अपनी उपज बेचने में किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो इसके लिए प्रदेश में मूंग, मूंगफली, उड़द एवं सोयाबीन की खरीद की भांति ऑनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था की है। मंत्री किलक ने बताया कि ई-मित्र से पंजीकरण कराने पर किसान को 21 रुपए तथा क्रय-विक्रय सहकारी समिति के खरीद केन्द्र पर पंजीकरण कराने के लिए किसान को 10 रुपए का भुगतान करना होगा। किसानों को उनकी सरसों एवं चने की उपज का तत्काल भुगतान सुनिश्चित करने के लिए इस बजट में राजफैड को 500 करोड़ रुपए का ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध कराने का प्रावधान किया गया है।
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उपज का भुगतान सीधे ही किसानों के बैंक खाते में किया ट्रांसफर जाएगा
मंत्री किलक ने बताया कि इस बार किसान को उपज का भुगतान सीधे ही उसके बैंक खाते में किया जाएगा। वर्ष 2018-19 के लिए सरसों के लिए 4000 रुपए तथा चना के लिए 4400 रुपए प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य बोनस के साथ घोषित किया है। उन्होंने बताया कि किसानों को अपनी उपज बेचने में किसी प्रकार की परेशानी न हो इसके लिए खरीद केन्द्रों पर आवश्यकता अनुसार कांटों की संख्या बढ़ाई जाएगी। साथ ही पर्याप्त मात्रा में बारदाना उपलब्ध कराया जाएगा।