बुधवार को महिला दिवस था, इसके साथ ही था राजस्थान का बजट और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का जन्मदिवस। इन सभी के बारे में तो सभी प्रदेशवासी जानते हैं लेकिन राजस्थान की बेटियों ने प्रदेश के सम्मान को तब तीसरे आसमान पर पहुंचा दिया जब राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने राजस्थान को नारी शक्ति पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
राजस्थान को मिला नारी शक्ति पुरस्कार
महिला दिवस के दिन यानी बुधवार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन में राजस्थान राज्य को ‘नारी शक्ति पुरस्कार’ से सम्मानित किया। यह पुरस्कार राज्य की महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री अनिता भदेल और विभाग के सचिव कुलदीप रांका ने ग्रहण किया। नारी शक्ति पुरस्कार राजस्थान को पूरे देश में ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ योजना के तहत बेहतरीन काम के साथ-साथ महिला सशक्तिकरण के विभिन्न कार्यों की दिशा में किए गए सफल प्रयासों के लिए दिया गया है।
‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ ने दिलाया राजस्थान को सम्मान
पुरस्कार ग्रहण करने के बाद मंत्री भदेल ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर यह पुरस्कार मिलना प्रदेश के लिए गौरव की बात है। विभाग द्वारा ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ योजना के बेहतरीन क्रियान्वयन में किए गए बेहतरीन प्रयास, नवाचार और लिंगानुपात में सुधार के लिए राजस्थान को सर्वश्रेष्ठ राज्य के रूप में चुना गया है।
प्रदेश के लिंगानुपात में हुई बढ़ोत्तरी
राज्य ने गत एक वर्ष के दौरान घटते हुए बाल लिंग अनुपात के मुद्दे से निपटने के लिए अनेक जिला स्तरीय उपायों के माध्यम से उल्लेखनीय कार्य किए हैं। जन्म के समय लिंग अनुपात जो 2015-16 में 929 था वह 942 (दिसम्बर, 2016 तक) हो गया है।