राजस्थान में अगले माह होने जा रहे विधानसभा चुनाव में इस बार दो हजार कैमरों की निगरानी में मतगणना होगी। मतगणना की लाइव वेब काउंटिंग भी होगी। राज्य में इस दौरान करीब आठ हजार संवेदनशील केन्द्रों में से 5200 मतदान केन्द्र निर्वाचन विभाग और भारत निर्वाचन आयोग की सीधी निगरानी में रहेंगे। सचिवालय में मतदान के साथ ही दो हजार कैमरों के जरिए मतगणना के दिन लाइव वेब कास्टिंग रूप से अवांछनीय गतिविधियों पर करीब से निगाह रखी जा सकेगी। इससे जरूरत के अनुसार निर्देश देकर अप्रिय घटना होने पर उसे तुरंत रोका जा सकेगा।
सचिवालय में 5200 मतदान केन्द्रों की की जाएगी वेब कास्टिंग
जानकारी के मुताबिक, मतदान के एक दिन पहले सचिवालय के वे कक्ष जहां रोजाना बैठकों का दौर रहता हैं वो वार रूम में तब्दील हो जाएंगे। सचिवालय में यहां से मतदान के दिन 5200 मतदान केन्द्रों की वेबकास्टिंग की जाएगी। भारत निर्वाचन आयोग के अधिकारी, सभी जिलों के संभागीय आयुक्त, जिला कलेक्टर्स और राज्य निर्वाचन विभाग के अधिकारी इसे लाइव देख सकेंगे। कैमरों और उनके खास एंगल के जरिए एक एक कोण की बारीकी से देख परख की जाएगी। निर्वाचन प्रक्रिया से जुड़े अधिकारी तुरंत ही निर्देश देकर अप्रिय हालात पर काबू पा सकेंगे। निर्वाचन विभाग की कोशिश है कि चुनाव निष्पक्ष और अच्छे माहौल में सम्पन्न कराए जा सके।
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650 केन्द्रीय अर्धसैन्य बल की टुकडि़यों के जवान संभालेंगे सुरक्षा का जिम्मा
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी आनंद कुमार का कहना है कि इन संवेदनशील क्षेत्रों में 3 लाख 74 हजार मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। बाहरी राज्यों से 650 केन्द्रीय अर्धसैन्य बल की टुकडि़यों के 65 हजार जवान सुरक्षा का जिम्मा संभालेंगे। उन्होंने बताया कि ये वो मतदान केन्द्र है जहां मत प्रभावित करने की कोशिश की जा सकती है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी कुमार ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को मतदान करने से रोका नहीं जा सकता है। अगर कहीं ऐसा होता है तो फोर्स इस मामले को अपने स्तर संभालेगी।