राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव 2018 के संबंध में मुद्रण एवं लेखन सामग्री विभाग के निदेशक यज्ञमित्र सिंह देव ने कहा कि चुनाव के दौरान मतदान केन्द्रों पर प्रयुक्त होने वाली बैलेट यूनिट में प्रयुक्त होने वाले 51 हजार 963 मतपत्र और डाक मत-पत्रों का मुद्रण किया जाएगा। यह कार्य प्रदेश की अलवर, जयपुर, जोधपुर और उदयपुर की राजकीय मुद्रणालयों में किया जाएगा। देव मंगलवार को सचिवालय स्थित समिति कक्ष में ईवीएम और डाक मतपत्रों के मुद्रण एवं इससे संबंधित अन्य व्यवस्थाओं के विषय में आयोजित एक बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मुद्रण से जुड़ी सभी तैयारियों पूर्ण कर ली गई है। मतपत्रों के मुद्रण का काम प्रदेश की चारों सरकारी मुद्रणालयों में 25 नवंबर तक कर दिया जाएगा।
सभी मतपत्र पूर्ण सुरक्षा और पहरे में छापे जाएंगे
देव ने कहा कि सभी मतपत्र पूर्ण सुरक्षा और पहरे में छापे जाएंगे। इसके लिए पुलिस महानिदेशक को भी सूचित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि प्रिंटिंग के दिवसों और मतदान के दिन निर्बाध रूप से बिजली सप्लाई जारी करने के विद्युत कंपनियों के अधिकारियों को भी निर्देशित कर दिया गया है। उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी विनोद पारीक ने कहा कि प्रदेश के सभी रिटर्निंग ऑफिसर्स को समय पर मतपत्रों के मुद्रण करवाने के लिए निर्देशित कर दिया है। उन्होंने कहा कि मत पत्रों के मुद्रण में कागज का पूर्ण लेखा-जोखा रखा जाए और आयोग के निर्देशानुसार मतपत्र छापे जाएं।
Read More: राजस्थान चुनाव: बीजेपी ने जोधपुर के सभी विधायकों को दोबारा मैदान में उतारा
पारीक ने कहा कि ईवीएम में प्रयुक्त होने वाले मतपत्र के अंत में हिंदी में ‘इनमें से कोई नहीं‘ एवं इसके सामने ‘नोटा‘ का सिंबल मुद्रित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ईवीएम की बैलेटिंग यूनिट के उपयोग के लिए मतपत्र तथा मतदान केंद्रों पर टेंडर वोट के लिए मतपत्र समान रूप से होंगे। उन्होंने कहा कि ईवीएम का मतपत्र गुलाबी रंग में होगा, वहीं मतपत्रों पर उम्मीदवार का फोटो भी छपा होगा। बैठक में भूमि अवाप्ति अधिकारी, रीको लक्ष्मण सिंह शेखावत, उप शासन सचिव गृह योगेश श्रीवास्तव सहित संबंधित अधिकारीगण उपस्थित थे।