राजस्थान सरकार ने पिछले 5 सालों में विकास के नए आयामों को छू है जो इससे पहले देखने को नहीं मिले। योजनाओं की इसी अमरबेल में एक योजना है मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे द्वारा चलाई जा रही प्रदेश सरकार की अन्नपूर्णा योजना। खासतौर पर गरीबों, बुजुर्गों, असहायों, जरूरतमंद एवं बाहर रह रहे विद्यार्थियों के लिए चलाई जा रही इस योजना में मात्र 5 रुपए में सुबह का नाश्ता व 8 रुपए में भरपेट भोजन मुहैया कराया जा रहा है। राजस्थान सरकार की इस हितकारी योजना का ध्येय न के बराबर कीमत में भरपेट एवं पोष्टिक भोजन उपलब्ध कराना है।
योजना की शुरुआत
अन्नपूर्णा योजना का शुभारंभ 15 दिसंबर, 2016 को किया गया। इस योजना में अन्नपूर्णा रसोई वैन के माध्यम से मात्र 5 रु में नाश्ता तथा मात्र 8 रु में पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। योजना के दूसरे चरण में 191 शहरों में 500 अन्नपूर्णा रसोई वैनों के माध्यम से नाश्ता और भोजन उपलब्ध कराया जाएगा।
अन्नपूर्णा रसोई योजना की विशेषताएं
रसोई वैन में लाभार्थियों के लिए नाश्ता, दोपहर का भोजन एवं रात्रि का भोजन उपलब्ध होगा। योजना में नाश्ता मात्र 5 रुपये में मिलेगा। नाश्ता के रूप में पोहा, सेवइयां, इडली सांभर, लापसी, ज्वार खिचड़ा, बाजरा खिचड़ा, गेहूं खिचड़ा आदि मिलेंगे। इस योजना में भोजन की थाली मात्र 8 रुपये में उपलब्ध है, जिसमें प्रत्येक भोजन सामग्री की मात्रा 450 ग्राम है।
भोजन के रूप में दोपहर में दाल-चावल, गेहूं का चूरमा, मक्का का नमकीन खीचड़ा, रोटी का उपमा, दाल- ढ़ोकली, चावल का नमकीन खीचड़ा, कढ़ी-ढ़ोकली, ज्वार का नमकीन खीचड़ा, गेहूं का मीठा खीचड़ा इत्यादि शामिल हैं। योजना में रात्रि भोजन में भी प्रति थाली मात्र 8 रुपये में उपलब्ध है, जिसमें सामग्री की मात्रा 450 ग्राम है। रात्रि भोजन में दाल-ढ़ोकली, बिरयानी, ज्वार की मीठी खिचड़ी, चावल का नमकीन खीचड़ा, कढ़ी-चावल, मक्के का नमकीन खीचड़ा, बेसन गट्टा पुलाव, बाजरे का मीठा खीचड़ा, दाल-चावल, गेहूं का चूरमा इत्यादि शामिल हैं।
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