(Photo-कांस्टेबल मायाराम मीणा और सेरुणा थानाप्रभारी गुलाम नबी)
जयपुर। राजस्थान पुलिस में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। प्रदेश में पिछले 10 दिन में 4 पुलिसकर्मी की मौत हो गई। इनमें से तीन ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली जबकि एक की हार्ट अटैक से मौत हो गई। लगातार हो रही इन घटनाओं से पुलिस महकमा सदमे में है। नया मामला जैसलमेर के पोकरण से सामने आया है। यहां एक कांस्टेबल ने रविवार को होटल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इससे पहले चूरू के राजगढ़ थानाप्रभारी और दौसा के सैंथल थाने में कार्यरत हेड कांस्टेबल ने फांसी लगाकर आत्महत्या की थी।
होटल के कमरे में लगाई फांसी
पुलिस के अनुसार, जैसलमेर के पोकरण में कांस्टेबल मायाराम मीणा ने रविवार रात को करीब 9.30 बजे एक होटल में फांसी का फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। हालांकि अभी तक आत्महत्या के कारणों का अभी तक खुलासा नहीं हो पाया है। मायाराम पावर ग्रिड में ड्यूटी पर कार्यरत था। पावर ग्रिड कंपनी वालों ने उसके आत्महत्या की सूचना पुलिस को दी। इस पर पोकरण पुलिस मौके पर पहुंची। सूचना पर पुलिस अधीक्षक डॉ. किरण कंग भी पोकरण पहुंची और घटनास्थल का जायजा लेकर पूरे मामले की जानकारी ली। आत्महत्या के कारणों का अभी तक खुलासा नहीं हुआ है।
10 दिन में तीसरे पुलिसकर्मी ने की आत्महत्या
आपको बता दें कि इससे पहले गत 23 मई को चूरू के राजगढ़ थानाप्रभारी विष्णुदत्त विश्नोई ने अपने सरकारी क्वार्टर में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। विश्नोई ने आत्महत्या से पहले लिखे दो सुसाइड नोट में दवाब का जिक्र किया था। वहीं उसके बाद हाल ही में 29 मई को दौसा के सैंथल पुलिस थाने में कार्यरत हेड कांस्टेबल गिरिराज प्रसाद ने थाने में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। लगातार हो रही इन घटनाओं से पुलिस महकमा सदमे में है।
सेरुणा थानाधिकारी वॉक पर निकले और चक्कर खाकर गिर पड़े
दूसरी तरफ, बीकानेर के सेरुणा थानाधिकारी सीआई गुलाम नबी (36) का सोमवार को सुबह हार्ट अटैक से निधन हो गया। थानाधिकारी नबी सुबह वॉक करने के लिए घर से निकले थे। इस दौरान वे रास्ते में अचेत होकर गिर पड़े। लोगों ने उनको अचेत अवस्था में बीकानेर पीबीएम अस्पताल पहुंचाया। वहां चिकित्सकों ने उनको मृत घोषित कर दिया। नबी की मौत का कारण हार्ट अटैक बताया जा रहा है। सूचना पर एडिश्नल एसपी पवन मीणा और सीओ पवन भदौरिया अस्पताल भी पहुंचे और मामले की जानकारी ली। नबी करीब 6 माह से सेरुणा थाने में पदस्थापित थे।