राजस्थान का अब तक का सबसे बड़ा और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का ड्रीम प्रोजेक्ट बाड़मेर रिफायनरी को गति देने के लिए 1000 करोड़ रुपए के टेंडर जारी किए जाएंगे। रिफाइनरी के काम को गति देने के लिए अब तक 544 करोड रुपए के टेंडर जारी हो चुके हैं, वित्तीय वर्ष में एक हजार करोड़ रुपए के टेंडर और जारी किए जाएंगे। रिफाइनरी के कामकाज से जुड़ी प्रगति की समीक्षा के लिए सोमवार को सचिवालय में अहम बैठक हुई। जिसमें अब तक के कामकाज के साथ वित्तीय संसाधनों पर भी विस्तार से चर्चा की गई। रिफाइनरी को 2022 से पहले शुरू करने के लिए तेजी से काम किया जा रहा है। सरकार चाहती है कि यह बड़ा प्रोजेक्ट तय समय से पूर्व शुरू हो जाए, जिससे बड़ी संख्या में प्रदेश के बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिल सके।
बैठक में संबंधित अधिकारियों से अब तक के कामकाज की प्रगति का लिया ब्यौरा
निदेशक, पेट्रोलियम बीएस राठौड़ ने बताया कि बैठक में अब तक हुए कामकाज की समीक्षा की गई। साथ ही संबंधित अधिकारियों से कार्य प्रगति का पूरा ब्यौरा लिया गया है। उन्होंने कहा कि रिफाइनरी लगाने से पहले परिसर में सड़कों का जाल बिछाया जाएगा। इसके लिए 45 किलोमीटर लंबी सड़कें बनाई जानी है। अब तक 11 किलोमीटर की सड़कें बनाई जा चुकी हैं। रिफाइनरी एरिया में बिजली और रोशनी के लिए छोटे पोल और हाई मास्ट लाइटें लगाने की तैयारी की जा रही है। निदेशक राठौड़ ने बताया कि काम को गति देने के लिए 544 करोड रुपए के टेंडर पहले ही जारी हो चुके हैं। इस वित्तीय वर्ष में 1000 करोड़ रुपए के टेंडर और जारी किए जाएंगे।
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राज्य सरकार रिफाइनरी के कामकाज पर रख रही है पूरी नज़र
सचिवालय में हुई बैठक में पेट्रोलियम विभाग की प्रिंसिपल सेक्रेटरी अपर्णा अरोड़ा, वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव मुकेश शर्मा और निदेशक, पेट्रोलियम बीएस राठौड़ समेत रिफाइनरी से जुड़े आला अधिकारियों मौजूद रहे। गौरतलब है कि राज्य सरकार बाड़मेर रिफाइनरी के कामकाज पर गंभीरता से नज़र रख रही है। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे अपना ड्रीम प्रोजेक्ट होने के नाते बाड़मेर रिफाइनरी के काम को गति देने के लिए खुद मॉनिटरिंग भी कर रही हैं।