राफेल सौदे में अब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी स्वयं घिर गए हैं। आज, राहुल गांधी स्टेला मैरिस कॉलेज चेन्नई में थे। उनसे बहनोई रॉबर्ट वाड्रा से जुड़ा सवाल पूछा गया। तो वो उसका जवाब न देते हुए राफेल सौदे की बात करने लगे। राहुल ने राफेल सौदे में पीएम नरेंद्र मोदी की भूमिका पर फिर से सवाल उठाए। लगभग 3 हज़ार महिलाओं को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा। राहुल गांधी ने फिर वही राग अलापा। नरेंद्र मोदी सरकार ने नीरव मोदी को 35,000 करोड़ रुपये दिए। लेकिन नीरव मोदी ने देश के लोगों के लिए नौकरी के अवसर नहीं दिए। फिर एक महिला ने उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा ज़मीन घोटाले से सम्बंधित सवाल पूछा।
अगर आज भी राहुल गांधी को युवा कहा जा रहा है, तो भारतीय युवाओं के लिए ये चिंता की बात है
R Gandhi: Govt has every right to investigate every person. Law should apply to everybody equally,not selectively. PM has his name in govt documents that say he is directly responsible for negotiating parallelly with Dassault on Rafale. Investigate everybody, be it Mr Vadra or PM pic.twitter.com/oa4lRWwY9V
— ANI (@ANI) March 13, 2019
सवाल कुछ और राहुल गांधी जवाब कुछ और देते हैं
जिसका जवाब देते हुए राहुल ने कहा। सरकार किसी भी व्यक्ति पर कार्रवाई करने और उसकी जांच करने के लिए स्वतंत्र है। लेकिन दूसरों के बारे में क्या? राफेल सौदे में नरेंद्र मोदी के ख़िलाफ़ तथ्य हैं। नरेंद्र मोदी राफेल सौदे में स्पष्ट रूप से बराबर बातचीत कर रहे थे। फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें राफेल निर्माण के लिए अनिल अंबानी को कॉन्ट्रेक्ट देने के लिए कहा गया। उन्होंने आधी रात को सीबीआई प्रमुख को बर्ख़ास्त कर दिया। तो सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें बहाल किया था। प्रधानमंत्री स्वयं के ख़िलाफ़ कोई जांच क्यों नहीं करवाते?
राहुल गांधी राफेल के बजाय रेप के ख़िलाफ़ लड़ते तो हिंदुस्तानी महिलाओं का सही मायने में सम्मान होता!
Rahul Gandhi: How many of you have had the opportunity to ask him 'Mr Prime Minister what do you think about education? What do you think about this? What do you think about that?' Why doesn't Prime Minister have the guts to stand in front of 3000 women & be questioned by them? https://t.co/4IGfewUl0L
— ANI (@ANI) March 13, 2019
राहुल गांधी स्टेला मैरिस कॉलेज में भी प्रधानमंत्री को लेकर बैठ गए
राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री 3 हजार महिलाओं के बीच कितनी बार आते हैं। कितनी बार उनसे सवाल पूछते हैं। आप में से कितने लोगों को उनसे सवाल करने का मौक़ा मिला है। ‘श्रीमान प्रधानमंत्री, आप शिक्षा के बारे में क्या सोचते हैं? आप इस बारे में क्या सोचते हैं? प्रधानमंत्री के पास 3 हज़ार महिलाओं के सामने खड़े होने। उनसे पूछताछ करने की हिम्मत नहीं है। क्योंकि प्रधानमंत्री पब्जी नहीं खेलते हैं ना। उन्होंने ये भी कहा कि क्रोनी-कैपिटलिज्म और भ्रष्टाचार देश के विकास में मुख्य बाधक हैं। दक्षिण भारत की महिलाओं की स्थिति, उत्तर भारत की महिलाओं की अपेक्षा में ज़्यादा अच्छी है। आप यूपी और बिहार जाएं। वहां की महिलाओं की स्थिति देखें। वहां महिलाओं को अधिकार मिलना चाहिए। लेकिन वहां ज़्यादातर हमारी सरकार रहती है ना। इसलिए महिला आरक्षण बिल की ज़रूरत पड़ी।
कांग्रेस ने देश को फॉलोऑन खेलने लायक़ नहीं छोड़ा और राहुल गांधी फ्रंटफ़ुट पर खेलने की बात कर गए
राहुल गांधी ने कहा कि वर्तमान में भारत में विचारों की लड़ाई चल रही है। दो अलग-अलग विचारधारा हैं। एक विचारधारा जो कहती है। देश के सभी लोगों को एक साथ रहना चाहिए। दूसरी विचारधारा लोगों में नफ़रत फैला रही है। अब इस बात को जनता भली भांति समझती है। कौन जनता को एक साथ लेकर चल रहा है। और कौन जनता में नफ़रत फैला रहा है।
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