जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में गम और गुस्से का माहौल व्याप्त है। सुबह से लेकर देर रात तक आक्रोश मार्च, शोकसभा, श्रद्धांजलि और कैंडल मार्च निकालकर प्रत्येक देशवासी दिल में दर्द और आंखों में आक्रोश की ज्वाला लिए ‘बदला लो’ की आवाज बुलंद करता हुआ दिख रहा है। सीआरपीएफ जवानों की शहादत पर हर कोई मोदी सरकार से सख्त कदम उठान जाने की पुरजोर मांग कर रहा है। पुलवामा आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार द्वारा शनिवार को संसद की लाइब्रेरी में बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में कई ऐसे अहम निर्णय लिए गए हैं जिससे आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब मिल सकेगा। बैठक में सभी राजनीतिक दलों ने एकजुटता दिखाई और मोदी सरकार को समर्थन देते हुए सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पास किया है। जिसमें जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को हुए नृशंस आतंकी कृत्य में सीआरपीएफ के 40 बहादुर जवानों की जान जाने पर कड़ी निंदा की बात कही गई है।
आतंक के खिलाफ सरकार के साथ खड़ा हुआ समूचा विपक्ष
सर्वदलीय बैठक के बाद गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सुरक्षाबलों को आतंकवाद से मुकाबला करने के लिए फ्री हैंड देने का बात कही। वही कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद ने कहा, ‘हम अपने सुरक्षाबलों- सेना, सीआरपीएफ और पुलिस के साथ खड़े हैं। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में मोदी सरकार को कांग्रेस पार्टी का पूरा समर्थन है।’ उल्लेखनीय है कि इस बर्बर आतंकी हमले का बदला लेने के लिए जनता की निगाहें मोदी सरकार की तरफ टिकी हुई है। ऐसे में कोई भी सख्त एक्शन लेने से पहले सरकार विपक्षी दलों को विश्वास में लेकर ही निर्णायक कदम उठाना चाहती है।