जयपुर। राजस्थान कांग्रेस में एक बार फिर घमासान मचा हुआ है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच सियासी वॉर चल रहा है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से पहले प्रदेश में कांग्रेस के सामने कई बड़ी चुनौतियां बनी हुई है। बीजेपी कह रही है कि कांग्रेस के नेताओं में कॉम्पिटीशन और आपस में वॉर चल रहा है। इस पर कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि वो हमारे घर का मामला है। जिनता कांग्रेस नेताओं में कॉम्पिटीशन होगा। कांग्रेस उतनी ज्यादा मजबूत होगी। खाचरियावास ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से पंगा उनकी पार्टी के लिए काफी महंगा साबित होगा।
बीजेपी नेताओं को वसुंधराजी से पंगा महंगा पड़ेगा
राजस्थान कांग्रेस में सियासी टक्कर के बीच कैबिनेट मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने बीजेपी को घेरा। खाचरियावास ने कहा कि हमारे घर के मामले में बीजेपी को बोलने की जरूरत नहीं है। बयानबाजी तो राजनीति में चलती रहती है। बीजेपी वाले खुद ही बंटे है, पहले खुद का घर देखे ये लोग। बीजेपी के नेता इनकी बुआजी वसुंधरा राजे से टक्कर ले रहे है, ये टक्कर बीजेपी के नेताओं को भारी पडे़गी।
सतीश पूनिया और राजेन्द्र राठौड़ देख रहे CM बनने के हसीन सपने
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के रूट और व्यवस्थाओं के अवलोकन के लिए पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा दौसा पहुंचे। इस दौरान डोटासरा ने कहा राजस्थान की सरकार ने 4 साल में गुड गवर्नेंस दी है। अच्छी फ्लैगशिप योजनाएं दी हैं। किसानों के कर्ज माफ किए हैं। किसान ऊर्जा मित्र योजना लाए हैं। स्वास्थ्य का अधिकार जनकल्याण के काम किए जा रहे हैं। नौकरिया मिल रही हैं। इनके खिलाफ भारतीय जनता पार्टी के किसी भी नेता ने आज तक एक शब्द नहीं बोला। सतीश पूनिया और राजेन्द्र राठौड़ ने भी नहीं बोला। यह सिर्फ मुख्यमंत्री बनने के मुंगेरीलाल के हसीन सपने देख रहे हैं।
बीजेपी की जन आक्रोश यात्रा की चार्जशीट झूठ का पुलिंदा
खाचरियावास ने कहा कि बीजेपी की जन आक्रोश यात्रा की चार्जशीट झूठ का पुलिंदा है। उन्होंने कहा इन्वेस्ट राजस्थान समिट में लाखों करोड़ का इंवेस्टमेंट आया है। युवाओं को प्लेसमेंट मिल रही है। ये जन आक्रोश बीजेपी के खिलाफ है। ये नाटक नहीं चलेगा, नाटक फेल है। एक-एक बात झूठी है। चार्जशीट झूट का पुलिंदा है।
CM फेस को लेकर बीजेपी में तकरार
राजस्थान कांग्रेस की तरह बीजेपी खेमे की भी आंतरिक कलह कई मौकों पर सामने आ चुकी है। पूर्व सीएम वसुंधरा राजे इन दिनों जनाक्रोश रैली और सरदारशहर उपचुनाव से दूरी बनाए हुए हैं और वसुंधरा गुट के कई नेता बीजेपी की मीटिंग में नदारद रहते हैं। माना जा रहा है कि चुनावों में अब एक साल का समय बचा है और वसुंधरा राजे को सीएम फेस का चेहरा घोषित नहीं करने के गुट के नेताओं में नाराजगी है।
राजे के समर्थकों में नाराजगी
बीजेपी की कमान इन दिनों सतीश पूनिया के हाथों में है और बीते दिनों केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने एक कार्यक्रम में उन्हें उगता सूरज भी बताया था। राजे गुट के कई नेताओं का कहना है कि सतीश पूनिया ने कई अहम मौकों पर वसुंधरा राजे को नजरअंदाज किया है जिससे उनके समर्थकों में नाराजगी है।