बैंक और डिजिटल इंडिया कैम्पेन आने के बाद डाक विभाग की प्रतिष्ठा और अहमियत थोड़ी कम हो चली थी। लेकिन अब डाक विभाग पूरी तरह एक्शन में है। इसी क्रम में डाक विभाग राजस्थान के प्रत्येक जिले में बैंकों की तरह एटीएम खोलने की तैयारी कर रहा है। विभाग के अधिकारियों की मानें तो इसकी तैयारियां शुरू हो गयी है। बैंकों की तरह आमजन को डाक विभाग से जोड़ने के लिए योजनाओं का प्रचार भी युद्धस्तर पर किया जा रहा है। कुछ ही दिनों में जरूरी सुविधाओं का लाभ देकर उन्हें अपनी ओर खींचने का भी प्रयास शुरू हो जाएगा।
देखा जाए तो प्रदेश की राजधानी जयपुर में दो साल पहले जीपीओ में पहले डाक एटीएम को खोलकर इसकी शुरूआत भी हो चुकी है। रिजल्ट ठीक आने के बाद अब आगे की कार्यवाही की जा रही है। फिलहाल बड़े जिलों से शुरूआत होगी। यहां ऐसे स्थानों को डाक एटीएम के लिए तलाशा जाएगा जहां आवाजाही अधिक हो। उसके बाद हर कॉलोनी में डाक एटीएम लगाए जाएंगे। बाद में डाक विभाग इस योजना पर कार्य करेगा कि हर एक किमी के दायरे में डाक एटीएम स्थापित किए जाएं ताकि आम आदमी डाक सेवा से आसानी से जुड़ सके। इसके लिए ग्राहकों को एटीएम की तर्ज पर मास्टर कार्ड भी दिए जाएंगे।
प्रदेश में डाक विभाग की स्थित पर एक नजर डालें तो राज्य में कुल 1335 विभागीय डाकघर हैं जिनमें से 47 प्रधान डाकघर हैं। इसके अलावा, करीब 9 हजार शाखा डाकघर भी हैं जहां 24 हजार डाककर्मी और 13 हजार ग्रामीण डाक सेवक कार्यरत हैं। राजधानी जयपुर की बात करें तो यहां 3 प्रधान डाकघर सहित 80 डाकघर और 15 शाखा डाकघर मौजूद हैं। अगर इन सभी पर भी एक-एक एटीएम लगाया जाता है तो प्रदेशभर में करीब साढ़े 10 हजार डाक एटीएम स्थापित होंगे। ऐसे में डाकघर से जुड़ने वाले आम नागरिकों की संख्या में निश्चित तौर पर वृद्धि होगी।
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