जयपुर। महामारी कोरोना वायरस की दूसरी लहर धीरे—धीरे कमजोर पड़ रही है। कोरोना की चपेट में आने के बाद मरीज और उनके घरवालों में विभिन्न प्रकार के विकार देखने को मिल रहे हैं। इन विकारों के निदान के लिए कोविड डेडिकेटेड अस्पताल में 10 फिजियोलॉजिकल काउंसलरों का पुल बनाने की तैयारी चल रही है। इसके साथ ही कोरोना से रिकवर होने से होने के मरीजों की काउंसलिंग के लिए भी पोस्ट कोविड क्लिनिक एवं पोस्ट कोविड वार्ड आईसीयू स्थापित करने का करने की योजना भी है। इस बारे में जानकारी देते हुए चिकित्सा विभाग के प्रमुख शासन सचिव अखिलेश अरोड़ा ने बताया कि इसको लेकर आदेश जारी हो गए हैं।
मरीज और परिजनों को कई प्रकार की समस्याएं
अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती रहने के दौरान मरीजों और उनके घरवालों में भय, अवसाद, चिंता, अनिंद्रा, तनाव की समस्याएं सामने आई है। वहीं, रिकवर मरीजों में श्वांस संबंधी समस्याएं, मानसिक तनाव एवं अवसाद, डायबिटीज, कार्डियक, किडनी, पेनक्रियाज, लीवर, मोटापे सहित मल्टी सिस्टम इंप्लेमेट्री सिंड्रोम की पोस्ट कोविड समस्याएं सामने आ रही हैं। बड़ी संख्या में लोगों यह समस्या आने के बाद प्रशासन ने सभी कोविड डेडिकेटेड अस्पताल में फिजियोलॉजिकल काउंसलरों का पुल बनाया जा रहा है।
2 पारियों में शुरू होंगे पोस्ट कोविड क्लिनिक
जिले के मुख्य कोविड डेडिकेटेड अस्पताल के एक अलग हिस्से में पोस्ट कोविड क्लिनिक स्थापित कर प्रात: 8 से 2 और दोपहर 2 से रात्रि 8 बजे तक दो परियों में शुरू किया जाए। जिसकी हर पारी में एक एमडी, दो काउंसलर फिजियोलॉजी, श्वांस संबंधी व्यायाम और योग चिकित्सा की जानकारी रखने वाला एक आयुष चिकित्सक मौजूद रहेंगे। अस्पताल में ऐसे मरीजों के लिए अलग से वार्ड, आइसीयू और बेड आरक्षित रखे जाएंगे। पोस्ट कोविड समस्याओं के लिए मुख्यमंत्री 181 हेल्पलाइन पर कॉल किया जा सकता है।