जयपुर। राजस्थान के सियासी संग्राम जारी है। सचिन पायलट गुट के विधायकों ने एक के बाद एक वीडियो जारी कर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधा है। विधायक वेदप्रकाश सोलंकी, मुरारीलाल मीणा और सुरेशी मोदी ने इन वीडियो में सीएम गहलोत के सामने अपनी बात रखी है। विधायकों ने कहा कि वे कांग्रेस और पायलट के साथ हैं। भाजपा उनका साथ नहीं दे रही है। एसओजी के दुरपयोग पर भी विधायकों से सवाल खड़े किए। एक विधायक ने तो मुख्यमंत्री से कार्यप्रणाली बदलने की अपील तक की है। चाकसू विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने कहा कि कांग्रेस और सचिन पायलट के साथ हैं और रहेंगे। आलाकमान से यह मांग करने आए थे कि पायलट को सीएम बनाया जाए। किसी को भी भ्रमित होने की जरूरत नहीं है। कई लोग अभी और आना चाहते हैं। यहां से कोई नहीं जाना चाहता। जो लोग अपनी आवाज बुलंद रखते हैं, वे लोग भी ऐसा जज्बा लेकर चलते हैं।
पार्टी की एकता के लिए सीट छोड़ दें सीएम
दौसा से विधायक मुरारीलाल मीणा ने कहा कि गहलोत तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं। पार्टी की एकता बनाए रखने के लिए उन्हें सीट छोड़ देनी चाहिए। हमने न तो कांग्रेस छोड़ी है और न ही हम भाजपा के सम्पर्क में हैं। मुख्यमंत्री की कार्यप्रणाली से व्यथित होकर हाईकमान के सामने अपनी बात रखने आए हैं। दिल्ली में रुके हैं। हमको किसी ने कैद नहीं किया है।
हमें भाजपा ने बंधक नहीं बताना
नीम का थाना से विधायक सुरेश मोदी ने कहा कि सरकार बनने के बाद हमारे विस क्षेत्र में कोई काम नहीं है। कुंभाराम लिफ्ट पानी की मांग और जिला बनाने की मांग कर रहे हैं। एक भी मुख्यमंत्री ने ध्यान नहीं दिया। अनर्गल आरोप लगाना उनके पद को शोभा नहीं देता है। वे कुर्सी बचाकर रखें, लेकिन गलत आरोप न लगाएं। हमें भाजपा ने बंधक नहीं बनाया है।
दिल्ली के इशारे पर संविधान का बनाया जा रहा मजाक
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि दिल्ली सरकार के इशारे पर भारतीय संविधान का मजाक बनाया जा रहा है। जनता भाजपाइयों की साजिश को देख रही है और इसका जवाब भी देगी। सरकार विधानसभा का सत्र बुलाना चाहती है। सभी विधायक राज्यपाल के यहां उपस्थित हुए हैं। हमें राज्यपाल के आदेश का इंतजार रहेगा। उन्होंने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि राज्यपाल जल्द सदन बुलाने की इजाजत दे देंगे।