जयपुर। महामारी कोरोना वायरस पाने के लिए प्रदेश में संपूर्ण लॉकडाउन लगाया हुआ है। लॉकडाउन के दौरान कुछ आवश्यक चीजों को छोड़कर बाकी सभी पर प्रतिबंध लगाया गया है। पुलिस प्रशासन पर तालाबंदी के दौरान नियमों का पालन करने की जिम्मेदारी है। लेकिन जिन लोगों पर जिम्मेदारी है, वही कालाबाजारी करते हुए नजर आ रहे है। लॉकडाउन में शराब की खातिर पुलिसकर्मी अब ठेकेदारों के पैरों में झुके हुए नजर आ रहे हैं। इस समय शराब की दुकाने सुबह 11 बजे बाद बंद हो जाती है। लेकिन शराब के ठेके पर किसी भी समय पर शराब ले सकते है।
लॉकडाउन में शटर नीचे कर धड़ल्ले से बेची जा रही शराब
प्रदेश के अलवर जिले के भिवाड़ी में शराब के ठेके पर दो पुलिसर्मी शटर के नीचे से झुककर शराब लेते हुए कैमरे में कैद हो गए। मामला सामने आने के बाद भिवाड़ी एसपी राममूर्ति जोशी ने मामले में रिपोर्ट तलब की है। मंगलवार शाम करीब 6:57 मिनट का समय था। कोरोना महामारी में अलवर के भिवाड़ी में लगाए गए आरएसी के जवान धारूहेड़ा के शराब ठेके पर पहुंचे थे। ठेके का शटर थोड़ा खुला था। किसी को दिखे नहीं इसलिए आगे एक काउंटर लगा रखा था। उसी शटर के नीचे झुककर दूसरे लोग शराब ले जाने में लगे थे। वहीं पर शराब लेने आरएसी पुलिस के जवान पहुंच गए, लेकिन कार्रवाई करने की बजाए वो भी शराब लेकर चलता बना।
पुलिसवाले पैरों में झुककर कर रहे है कालाबाजारी
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में पुलिसकर्मी ठेके पर पहुंचते है। फिर अन्दर दुकान में सेल्समैन को पैसे दिए। शराब लेकर चलते बने। यह पूरा नजारा एक कैमरे में कैद कर लिया। वीडियो देखने के बाद आमजन की अलग-अलग प्रतिक्रिया है। कुछ कह रहे हैं पुलिस होकर पैरों में झुककर शराब ले रही है। वहीं कुछ का कहना है कि पुलिस को अवैध रूप से शराब बेचने के मामले में कार्रवाई करनी चाहिए। उल्टा ऐसा काम करने वालों के पास पुलिस ही शराब लेने पहुंचती है।
कई जगह है ऐसे हालात
सरकार और प्रशासन भले ही कागजों में सख्ती की बात कर रहे है। लेकिन इस प्रकार कई ऐसी घटनाएं प्रदेश से सामने आ रही है। इन घटनों को देखने के बाद ऐसा लगा रहा है कि यह लॉकडाउन फैल होता नजर आ रहा है। प्रदेश में कहीं भी किसी भी मामले में सख्ती नजर नहीं आ रही है। इसी का यह नतीजा है कि कोरोना की दूसरी लहर बेकाबू हो रही है। प्रदेश में रोजाना कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।