देश में चल रहे लोकसभा चुनावों के बीच। कांग्रेस के राष्ट्रिय अध्यक्ष राहुंल गांधी ने शनिवार को एक प्रेस वार्ता की। पार्टी मुख्यालय में हुए संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए। उन्होंने भाजपा सरकार और नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पर निशाना साधा। राहुल ने कहा कि भारतीय सेना नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री की “निजी संपत्ति” नहीं है। मोदी जी को सेना पर राजनीति नहीं करनी चहिये। आतंकवाद एक बहुत बड़ा मुद्दा है। भाजपा इस पर समझौता करती है। एनडीए शासन के दौरान जेएम प्रमुख मसूद अजहर की रिहाई का हवाला देते हुए बोले। इसका राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए। क्योंकि उन्होंने सरकार को आतंक से निपटने के लिए नारा दिया। प्रधानमंत्री कहते हैं कि कांग्रेस ने केवल “कागज़ पर” सर्जिकल स्ट्राइक की। जो पक्षी दल के नेताओं के लिए वीडियो गेम के समान थी। लेकिन कांग्रेस मोदी से “अधिक सख्ती” से निपटेगी। अब हम बड़ी रणनीति के साथ काम कर रहे हैं।
एनडीए सरकार करती है आतंकवादिओं के साथ समझौता
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी के रूप में नामित करने पर। प्रधानमंत्री चुनावी रैलियों में बोल रहे हैं। तो इस पर राहुल गांधी ने कहा कि जैश-ए-मोहम्मद (जेएमएम) प्रमुख एक आतंकवादी है। जिसके ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई की जानी चाहिए। लेकिन उन्होंने 1999 में भाजपा सरकार के दौरान। कंधार अपहरण मामले में अजहर की रिहाई का ज़िक्र करते हुए कहा। जिसे नामित किया जा रहा है। उसे किसने उसे वहां भेजा? वह पाकिस्तान कैसे पहुंचा? क्या कांग्रेस पार्टी ने उसे पाकिस्तान भेजा है? किस सरकार ने आतंकवादियों के साथ बातचीत की थी? आतंकवाद के सामने कौन झुका?” किसने उसे वापस भेजा?,” “कांग्रेस ने उन्हें (अजहर) वापस नहीं भेजा। बल्कि भाजपा आतंकवाद के साथ समझौता करती है। कांग्रेस ने कभी ऐसा काम नहीं किया है। कांग्रेस पार्टी ने कभी भी आतंकवादी पाकिस्तान नहीं भेजे, न ही कभी भेजेगी।”
भाजपाई प्रधानमंत्री ने रिहा किये 3 आतंकवादी
कंधार विमान अपहरण की घटना को याद करते हुए राहुल गांधी ने कहा। अफ़ग़ानिस्तान के कंधार में हिंदुस्तानी यात्रियों के बदले तीन आतंकियों को छोड़ा गया। मसूद अजहर, मुश्ताक अहमद ज़रगर और अहमद उमर सईद शेख को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार ने इंडियन एयरलाइंस की उड़ान IC – 814 में बंधक बनाए गए यात्रियों के बदले रिहा किया था। तब विदेश मंत्री जसवंत सिंह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल, जो तब इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) के एक शीर्ष अधिकारी थे। अजहर के साथ एक विशेष विमान में कंधार में भारत की वार्ता टीम का हिस्सा बनकर गए थे। लेकिन आतंकियों को मारने की बजाय उन्होंने आतंकवादियों पाकिस्तान को सौंप दिया गया था।
नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री कांग्रेस नहीं सेना का अपमान कर रहे हैं
भारतीय जनता पार्टी पर सेना के कार्यों का श्रेय लेने। बेरोज़गारी और कृषि संकट जैसे प्रमुख मुद्दों की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए। गांधी ने कहा, “मोदी को लगता है कि सेना, नौसेना और वायु सेना उनकी निजी संपत्ति हैं।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने यूपीए के शासन में किए गए छह सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र करते हुए कहा कि उनका संचालन उनकी पार्टी ने नहीं बल्कि सेना ने किया था। “लेकिन जब मोदी कहते हैं कि भारतीय सेना के सर्जिकल स्ट्राइक वीडियो गेम थे। तो वह कांग्रेस का नहीं, बल्कि भारतीय सेना का अपमान करते हैं। “सेना ने यह (सर्जिकल स्ट्राइक) किया था।
यह उनका काम है। हम सेना का राजनीतिकरण नहीं करते हैं। यह भारतीय सेना है, किसी व्यक्ति विशेष की सेना नहीं है। प्रधानमंत्री का इतना सम्मान होना चाहिए कि सेना का अपमान न हो।” उन्होंने कहा कि सेना 70 साल से अपना काम कर रही है और हर लड़ाई जीती है। उन्होंने कहा, “सेना ने शानदार काम किया है। मोदी को इससे क्या लेना-देना है? मोदी को देश को बताना चाहिए कि वह युवाओं के लिए क्या किया। किसानों और महिलाओं के लिए किया। लोकसभा चुनाव के चार चरणों के बाद स्पष्ट रूप से महसूस किया गया कि भाजपा चुनावी लड़ाई हार रही है।
कांग्रेस चुनाव जीत रही है और भाजपा घबरा रही है
राहुल गांधी ने कहा कि मौजूदा चुनावों में मुख्य मुद्दे रोज़गार, किसानों की समस्याएं, प्रधानमंत्री के भ्रष्टाचार और संस्थानों पर हमले हैं। “हमारा आंतरिक आकलन स्पष्ट रूप से बता रहा है कि भाजपा चुनाव हार रही है।” तथा भाजपा के चुनाव अभियान में घबराहट के संकेत थे। राहुल गांधी बोले की नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री कहते हैं कि “मैं एक डरा हुआ प्रधानमंत्री हूं, जो विपक्ष के हमलों का सामना करने में असमर्थ है। मुझे लगता है कि यह एक ऐसा अभियान है जिसमे मैं फंस गया हूँ। जबकि राहुल ने एक बार फिर मोदी को चुनौती दी। वे रोज़गार और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर मुझसे बहस करें। लेकिन अनिल अम्बानी के घर के अलावा कहीं भी मैं उनसे बहस करने के लिए तैयार हूँ।
राफेल से रोज़गार और चोर से चौकीदार, चुनाव आयोग पर वार
राफेल समझौते को लेकर गांधी ने प्रधानमंत्री को भी फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि अगर मोदी एक बहस के लिए राजी हों तो बताये कि सौदे में समानांतर बातचीत क्यों की गई। राफेल सौदे में ‘चौकीदार’ ने 30,000 करोड़ रुपये चुराए हैं। प्रधानमंत्री ने ग़लत जीएसटी (गब्बर सिंह टैक्स) लाकर देश की अर्थव्यवस्था को नुक़सान पहुँचाया है। लेकिन हम न्यूनतम आय गारंटी योजना। NYAY के माध्यम से देश की अर्थव्यवस्था को फिर से दुरुस्त करेंगे। राहुल ने ‘चौकीदार चोर है’ नारा लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में अपनी माफी के मुद्दे पर कहा। उन्होंने माफी इसलिए मांगी क्योंकि मैंने अदालत की प्रक्रिया पर टिप्पणी की। हालांकि, उन्होंने कहा कि वह राफेल सौदे में भ्रष्टाचार के लिए भाजपा और प्रधानमंत्री के ख़िलाफ़ अभी भी अपने नारे के साथ खड़े हैं। गांधी ने यह भी आरोप लगाया कि चुनाव आयोग (EC) विपक्ष के प्रति “पूरी तरह से पक्षपाती” है।
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