राजस्थान का कोटा शहर वैसे तो देशभर में शिक्षा नगरी के तौर पर जाना जाता है। लेकिन इन दिनों यहां गुलाबी रंग का तड़का भी दिख रहा है। जी हां, आजकल यहां पिंक कलर के आॅटो सड़कों पर दौड़ते हुए दिख रहे हैं। इन पिंक आॅटो की खास बात यह है कि इन आॅटो को ड्राइवर नहीं बल्कि ड्राइवनीयां चला रही हैं। यानि इन आॅटो को चलाने वाली सभी महिला ड्राइवर हैं और इन पिंक आॅटो में बैठने वाली सवारियां भी महिलाएं ही होंगी। महिला चालकों के इन ऑटो को ‘पिंक ऑटो’ नाम दिया गया है। पिंक आॅटो की महिला चालकों की ड्रेस भी पिंक कलर की ही होंगी। शहरी आजीविका मिशन के तहत शिक्षा नगरी में कोटा महापौर महेश विजय ने इसकी पहल की है। फिलहाल जिले में 7 पिंक आॅटो उतारे गए हैं।
शहर के अलावा देशभर से हजारों की संख्या में कोचिंग संस्थानों में पढ़ने के लिए बालिकाएं कोटा आती हैं। उनको अपनी सुरक्षा को लेकर काफी चिंता रहती है। ऐसे में उनके लिए पिंक ऑटो काफी मददगार साबित होंगे। – भूपेन्द्र सक्सेना, यूनियन के सचिव
इससे पहले गुजरात और हरियाणा राज्यों में भी पिंक आॅटो की शुरूआत हो चुकी है। पिंक आॅटो के सभी चालक महिला ड्राइवर हैं। इस श्रेणी में राजस्थान देश का तीसरा राज्य बन गया है जहां की सड़कों पर पिंक आॅटो दौड़ रहे हैं।
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है लक्ष्य
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए शुरू किए गए इस अभियान में नगर निगम की भी सकारात्मक भूमिका रही है। निगम ने आजिविका मिशन के तहत ऑटो खरीदने के लिए प्रत्येक महिला को 2.31 लाख रुपए का ऋण स्वीकृत कराया है। साथ ही कोटा ऑटो यूनियन की मदद से कोटा शहर में 51 पिंक ऑटो चलाने की योजना बनाई गई है। पहले चरण में महिला चालकों को प्रशिक्षण देकर सात ऑटो से इसकी शुरूआत की गई है।
ऑटो में लगा है जीपीएस
ऑटो में जीपीएस ट्रैकर लगा होने के कारण महिला ऑटो चालक किस लोकेशन पर चल रहा है, इसका पता लगाया जा सकेगा। महिला ड्राइवर होने से यहां पढ़ने आई या पढ़ रही छात्राओं को भयमुक्त बनाया जा सकेगा। साथ ही महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में भी सहयोग मिलेगा।
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