जयपुर। केंद्र सरकार ने बुधवार पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया यानी PFI को 5 साल के लिए बैन कर दिया। PFI के अलावा 8 और संगठनों पर कार्रवाई की गई है। गृह मंत्रालय ने इन संगठनों को बैन करने का नोटिफिकेशन जारी किया है। इन सभी के खिलाफ टेरर लिंक के सबूत मिले हैं। केंद्र सरकार ने यह एक्शन (अनलॉफुल एक्टिविटी प्रिवेंशन एक्ट) UAPA के तहत लिया है। सरकार ने कहा​ कि PFI और उससे जुड़े संगठनों की गतिविधियां देश की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा हैं।

PFI के बैन पर राजनीति शुरू
केंद्र की मोदी सरकार द्वारा कट्टरपंथी संगठन पीएफआई पर प्रतिबंध लगाये जाने का असर कई राजनीतिक दलों पर नजर आ रहा है। इस मामले पर राजनीति शुरू हो गयी। एक तरफ देश के लोग कट्टरपंथी इस्लामी संगठन PFI को मोदी सरकार द्वारा प्रतिबंधित किए जाने को लेकर खुश हैं, वहीं दूसरी तरफ विपक्षी नेताओं को इसमें भी राजनीति सूझ रही है। इस मामले में आरएसएस को भी घसीटा जाना शुरू हो गया है।

आरएसएस पर भी लगे प्रतिबंध: कांग्रेस सांसद के. सुरेश
दक्षिण भारत के कांग्रेस सांसद के सुरेश ने मांग की है कि पीएफआई के खिलाफ जैसी कार्रवाई हुई है, वैसी ही आरएसएस के खिलाफ भी की जानी चाहिए। सुरेश ने कहा कि संघ पर भी बैन लगना चाहिए। आरोप लगाया कि यह संगठन भी अतिवादी गतिविधियों को बढ़ावा देता है। उन्होंने कहा कि आरएसएस भी पीएफआई की तरह का कमा करता है। उस पर पीएफआई की तरह ही बैन लगाया जाना चाहिए। आरएसएस पूरे देश में हिंदू सांप्रदायिकता फैला रहा है। पीएफआई और आरएसएस एक समान हैं, इसलिए सरकार को दोनों पर प्रतिबंध लगाना चाहिए।

लालू यादव बोले- RSS पर भी लगे प्रतिबंध
लालू यादव ने ट्वीट कर कहा कि PFI की तरह जितने भी नफरत और द्वेष फैलाने वाले संगठन हैं सभी पर प्रतिबंध लगाना चाहिए जिसमें RSS भी शामिल है। सबसे पहले RSS को बैन करिए, ये उससे भी बदतर संगठन है। आरएसएस पर दो बार पहले भी बैन लग चुका है। सनद रहे, सबसे पहले RSS पर प्रतिबंध लौह पुरुष सरदार पटेल ने लगाया था।

राहुल गांधी की यात्रा से डरकर लगाया बैन: अधीर रंजन
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि राहुल गांधी की यात्रा में उमड़ रही भीड़ और मिल रहे जनसमर्थन से डरकर केंद्र सरकार ने पीएफआई पर प्रतिबंध लगाया है। अधीर रंजन के मुताबिक, जब राहुल गांधी केरल में यात्रा कर रहे थे तो उसी वक्त पीएफआई पर स्ट्राइक शुरू की गई और अब वो जब कर्नाटक में घुसने वाले हैं और कर्नाटक के लोग उनकी राह देख रहे हैं तो पीएफआई को बैन किया गया और यह सुनियोजित गेम प्लान के तहत किया जा रहा है ताकि कांग्रेस और PFI को लिंक किया जा सके।

PFI बैन पर भड़के ओवैसी
हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि उन्होंने हमेशा से PFI के तौर-तरीकों का विरोध करते हुए लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भरोसा जताया है, लेकिन वो इस संगठन को प्रतिबंधित किए जाने के फैसले के समर्थन में नहीं हैं। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला देते हुए कहा कि कुछ लोगों की करतूतों के लिए पूरे संगठन को बैन नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि इस कठोर प्रतिबंध का अर्थ है हर उस मुस्लिम को प्रतिबंधित कर देना, जो अपने मन की बोलना चाहता हो।

कांग्रेस हमेशा से सांप्रदायिकता के खिलाफ रही है : जयराम रमेश
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से सांप्रदायिकता के खिलाफ रही है। कांग्रेस की नीति हमेशा से बिना किसी डर और समझौते के सांप्रदायिकता से लड़ने की रही है। हम हर उस विचारधारा और संस्था के खिलाफ हैं जो हमारे समाज का धार्मिक ध्रुवीकरण करने के लिए पूर्वाग्रह, नफरत, कट्टरता और हिंसा का सहारा लेती है। हम भारत के बहुलतावाद को संरक्षित और संवर्धित करने की लड़ाई प्राथमिकता से लड़ रहे हैं तथा राष्ट्रवादी उत्सव में भारत के सेक्युलर और सामूहिकता के तानेबाने को पुष्पित और पल्लवित कर रहे हैं।

सरकार का कदम अच्छा : मौलाना रजवी
ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शाहबुद्दीन रजवी कि बरेली ने कहा कि सरकार ने कट्टरपंथी संगठन PFI पर प्रतिबंध लगाकर अच्छा कदम उठाया है। भारत की सरजमीं कट्टरपंथी विचारधारा की सरजमीं नहीं है और न यहां ऐसी कट्टरपंथी विचारधारा पनप सकती जिससे मुल्क की एकता-अखंडता को खतरा हो।

RSS पर भी कार्रवाई होनी चाहिए: सिद्धारमैया
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि जो कोई भी समाज में तनाव पैदा करने की कोशिश करता है, अगर उस पर कार्रवाई की जाती है। हमारे पास कोई मुद्दा नहीं है। RSS ने भी समाज में अशांति फैलाने की कोशिश की। इनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए।

RSS पर उंगली उठाना संविधान का अपमान : इंद्रेश कुमार
संघ नेता इंद्रेश कुमार ने कहा कि जब से पीएफआई बना है तब से भारत सरकार के पास, चाहें यूपीए सरकार हो यह जानकारी थी कि यह हिंसक संस्था है। जो संविधान को नहीं मानते। ये पाकिस्तान परस्त लोग हैं। विदेशी साजिश के समर्थक हैं और हिंदुस्तान जिंदाबाद की जगह पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाते हैं। आज भारत सरकार ने पीएफआई पर बैन लगा कर समय के अनुकूल प्रभावी कदम उठाया है और उनके इस कदम का अभिनंदन करते हैं।

देशविरोधी ताकतों के बचाव में खुलकर आ जाती है कांग्रेस
सांप्रदायिकता चाहे अल्पसंख्यकों की हो या फिर बहुसंख्यकों की दोनों ही देश के लिए खतरनाक हैं। कांग्रेस सांसदों और नेताओं के बयान पर गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा देशविरोधी ताकतों के बचाव में खुलकर आ जाती है। टेनी ने कहा कि पीएफआई के खिलाफ सबूतों के आधार पर फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा कि देश के कई राज्यों से सैकड़ों की संख्या में पीएफआई के कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है। कई लोगों को रिमांड पर भेजा गया है।

PFI जुड़े इन संगठनों पर भी प्रतिबंध
1. रिहैब इंडिया फाउंडेशन (RIF)
2. कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया (CFI)
3. ऑल इंडिया इमाम काउंसिल (AIIC)
4. नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स ऑर्गनाइजेशन (NCHRO)
5. नेशनल विमेन्स फ्रंट
6. जूनियर फ्रंट
7. एम्पावर इंडिया फाउंडेशन
8. रिहैब फाउंडेशन