सहकारिता मंत्री अजय सिंह किलक ने बताया कि अब तक 50 हजार 827 किसानों को उनके पंजीकृत बैंक खातों में 538 करोड़ 50 लाख रुपये का भुगतान ऑन लाइन किया जा चुका है। साथ ही किसानों को उनकी उपज का वाजिब दाम दिलाने के लिये सरसों, चना, गेहूं, प्याज एवं लहसुन की खरीद चल रही है और तेजी से किसानों को भुगतान किया जा रहा है।
किसानों में ऑनलाइन पंजीयन के लिए भारी उत्साह
आगे उन्होंने बताया कि किसानों में ऑनलाइन पंजीयन के लिए भारी उत्साह है और अब तक 4 लाख 58 हजार 574 किसानों ने अपनी उपज को बेचने के लिये पंजीयन करवाया गया है। प्रदेश में सरसों, चना, गेहूं, प्याज एवं लहसुन की खरीद के लिये 524 खरीद केन्द्र बनाये गए हैं और 1 लाख 6 हजार 494 किसानों से 1 हजार 182 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की उपज की खरीद की जा चुकी है।
किसान प्रदेश सरकार की पहली प्राथमिकता
सहकारिता मंत्री ने बताया कि किसान राज्य सरकार की प्रथम प्राथमिकता है और हम इसी के अनुसार कार्य योजना बनाकर कार्य कर रहे हैं। सरसों, चना एवं गेहूं की समर्थन मूल्य पर तथा प्याज एवं लहसुन की बाजार हस्तक्षेप योजना के तहत खरीद की जा रही है। उन्होंने बताया कि सरसों की 8 लाख मै.टन तथा चना की 4 लाख मै.टन खरीद की जाएगी।
फसलों के लिए 531 केन्दों की स्थापना
सहकारिता मंत्री किलक ने बताया कि जिंस की उपज के क्षेत्रों को ध्यान में रखते हुए खरीद केन्द्र बनाए गए हैं। इसके तहत सरसों के 226 केन्द्र, चना के 194 केन्द्र, गेहूं के 98, प्याज के 7 एवं लहसुन के 6 केन्द्र बनाए गए हैं। अब तक 3 लाख 17 हजार मै.टन से अधिक की कृषि जिंस की खरीद की जा चुकी है।
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