जयपुर। राजस्थान में जब से कांग्रेस की सरकार आई है तब से प्रदेश में महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ अपराध बढ़ते ही जा रहे है। सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद अपराधी बेखोफ है, ऐसा लग रहा है प्रदेश से कानून राज खत्म सा हो गया है। पूरी दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है, इसी बीच टोंक जिले के मालपुरा तहसील के पचेवर थानांतर्गत बाछेड़ा गांव में एक किशोरी से गैंगरेप का मामला सामने आया है। राज्य सरकार ने पहले तो इस मामले में गंभीरता से नहीं लिया। लेकिन विपक्ष और स्थानीय लोगों के विरोध और दबाव के बाद इसको संज्ञान में लिया। हालांकि इस मामले में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और पोस्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

प्रदेश में अपराध रोकने में नाकाम कांग्रेस सरकार : वसुंधरा राजे
प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इस घटना को लेकर कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लिया है। राजे ने कहा कि टोंक के मालपुरा में नाबालिग बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना से राजस्थान शर्मसार है। प्रदेश में अपराध रोकने में नाकाम कांग्रेस सरकार की निष्क्रियता के कारण महिलाओं के प्रति दुर्व्यवहार बढ़ता ही जा रहा है। वहीं मामले पर सरकार की चुप्पी समाज में आक्रोश का कारण बन रही है। राज्य सरकार के लाख दावों के बावजूद प्रदेश में महिलाओं व बच्चियों के खिलाफ अपराध थमने का नाम नहीं ले रहा है। यदि वाकई अपराधियों को कांग्रेस का संरक्षण प्राप्त नहीं है, तो फिर ऐसे समाज कंटकों पर कानून का डंडा इतना नरम क्यों है? कुछ तो करो सरकार…।

 

महिलाओं व बच्चियों के खिलाफ अपराध चरम पर : राजेंद्र राठौड़
बीजेपी नेता राजेंद्र राठौड़ ने इस मामले की कड़ी निंदा करते हुए कहा, टोंक के मालपुरा में नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना मानवता को शर्मसार करने वाली है। प्रदेश में महिलाओं व बच्चियों के खिलाफ अपराध चरम पर है और सरकार हर बार की तरह खामोश है। इन दरिंदों को सख्त से सख्त सजा दी जाएं ताकि ऐसी घिनौनी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं हो।

कांग्रेस सरकार की चौतरफ आलोचना
इस घटना पर विपक्ष सहित कई सामाजिक संस्थाए भी कांग्रेस सरकार को कोस रही है। प्रदेश में बढ़ रही अपराधिक घटनों को लेकर जनता में भी काफी गुस्सा है। ये सभी गहलोत सरकार की कड़ी आलोचना कर रहे है। साथ ही अपराधियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कारवाई करने की मांग कर रहे है। एक तरफ सरकार बेटियों को लेकर कई प्रकार के अभियान चला रही है, वहीं दूसरी तरफ प्रदेश में छोटी लड़कियां सुरक्षित नहीं है।