राजस्थान के झालावाड़-बारां ज़िलें की सीमा पर बहने वाली परवन नदी में मंगलवार शाम को एक नाव पलट गई थी। नाव में 16 लोग सवार थे। नदी में आए उफान की वजह से नाव अचानक पलट गई। बारां ज़िलें की तरफ से आते हुए परवन नदी में यह नाव पलटी थी। उस इससे नाव में मौजूद लोग बहने लगे। सरकार ने तत्काल प्रभाव से काम करते हुए बचाव दल को तैनात किया। तलाशी शुरू कर पहले लोगों की खोज की गई। जो लोग मिल चुके हैं उन्हें सरकार राहत पहुंचाने में लगी है। पानी के बहाव में बाह चुके लोगों की तलाशी का काम अभी भी जारी है। सरकार ने सुरक्षा एवं बचाव दल क्षेत्र में तैनात कर रखा है। बचाव टीम बार-बार नदी में जाकर शेष लोगों की तलाशी कर रही है।
10 लोगों को बचा लिया गया
मंगलवार शाम अचानक नाव के पलट जाने से सवार सभी लोग नदी के तेज़ बहाव में बहने लगे। ऐसे समय में सूचना मिलते ही सरकार के राहत एवं बचाव दल ने तत्काल प्रभाव से काम करते हुए 10 जनों को बचा लिया। दुर्भाग्यवश एक युवती की इसमें जान चली गई और 5 जनों का बुधवार शाम तक पता नहीं चला। हालांकि अब नदी का बहाव कम होना शुरु हो गया है।
सरकार पूरी तरह से जुटी हुई है बचाव व राहत में
नदी में बहे लोगों को सुरक्षित बचाने के लिए राजस्थान सरकार पूरी तरह से जुट गई थी। मंगलवार और बुधवार को दिनभर रेस्क्यू ऑपरेशन चलता रहा। अजमेर से एनडीआरएफ की टीम वहां भेजी गई है। आपदा प्रबंधन की तीन टीमें नावों से नदी में तलाश में लगी हुई है। स्थानीय पुलिस और बचाव दल तलाशी अभियान में जुटे हुए हैं। कल बुधवार को ज़िलें के प्रभारी सचिव जे.सी.मोहंती व जिला कलेक्टर ने परवन नदी पर जाकर वहां चल रहे राहत एवं बचाव कार्यों को जायजा लिया। सरकार ने बचाव कार्य में अभी एसडीआरएफ की दो टीम, 7 थानों के प्रभारी व 100 जवानों के साथ ही अजमेर से आई एनडीआरएफ की टीम को पास के क्षेत्रों और नदी के आस-पास तैनात कर रखा है। झालावाड़-बारां की रेस्क्यू टीम व एनडीआरएफ की टीम तलाशी अभियान चला रही है। बावजूद इसके अभी तक गुम हुए 5 लोगों का पता नहीं चल पाया है।