देश में हर साल 24 जनवरी को नेशनल गर्ल चाइल्ड डे (National Girl Child Day) यानि राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है। यह दिन बालिकाओं के लिए एक राष्ट्रीय दिवस के तौर पर सेलिब्रेट होता है। इस दिन को देश में लड़कियों के लिए और अधिक सहायता और नए अवसर प्रदान करने के लिए शुरू किया गया था ताकि समाज में लड़की के बच्चे के सामने आने वाली सभी असमानताएं हो सकें। लड़कियों को लेकर भारतीय समाज में एक बड़ी समस्या है जिसमें शिक्षा, पोषण, कानूनी अधिकार, चिकित्सा देखभाल, संरक्षण, सम्मान, बाल विवाह आदि में असमानता जैसे कई क्षेत्र शामिल हैं। समाज में लड़कियों की स्थिति को बढ़ावा देने के लिए समाज के लोगों के बीच बेहतर तालमेल बनाने के लिए मनाया जाता है। इस योजना को बेटी बचाओ अभियान से सीधे तौर पर जोड़ा गया है। आइए जानते हैं बेटियों से जुड़ी दो खास योजनाओं के बारे में …
राजश्री योजना
बेटियां घर की लक्ष्मी हैं लेकिन कई कारणों से बालिकाओं की जन्म दर कम रही है। बेटियों के जन्म को प्रोत्साहित करने और उन्हें शिक्षित व सशक्त बनाने के लिए सरकार ने 1 जून, 2016 से मुख्यमंत्री राजश्री योजना राज्य में शुरू की है। इस योजना का उद्देश्य है कि बेटियों की जन्म दर बढ़े, बेटियों को अच्छी परवरिश मिले व बेटियां पढ़ लिखकर आगे बढ़ें। इस योजना के तहत विभिन्न चरणों में बालिका के अभिवावकों को आर्थिक सहायता बालिका के जन्म से लेकर कक्षा 12वीं तक बेटी की पढ़ाई, स्वास्थ्य व देखभाल के लिए अभिभावक को 50,000 तक की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।
ये राशि निम्न चरणों में इस प्रकार दी जाती है।
बेटी के जन्म के समय – 2500 रुपए
एक वर्ष का टीकाकरण होने पर – 2500 रुपए
पहली कक्षा में प्रवेश लेने पर – 4000 रुपए
कक्षा 6 में प्रवेश लेने पर – 5000 रुपए
कक्षा 10 में प्रवेश लेने पर – 11,000 रुपए
कक्षा 12 उत्तीर्ण करने पर – 25,000 रुपए
अब राजश्री योजना का लाभ लाभार्थी को सीधा अपने बैंक खाते में मिले, इसके लिए भामाशाह कार्ड से योजना को जोड़ा गया है।
हमारी बेटी योजना
हमारी बेटी योजना राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की अहम योजनाओ में से एक है। मेधावी टॉपर छात्राओ को आर्थिक सहायता देने के लिए एवं बालिकाओं के शिक्षा के स्तर को उच्च करने के उद्देश्य से इस योजना की शुरूआत वर्ष 2014—15 में हुई थी। योजना के तहत माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की दसवीं की परीक्षा में हर जिले की तीन मेधावी बेटियों को ‘मुख्यमंत्री हमारी बेटी योजना’ के तहत 2.25 लाख रुपए (प्रत्येक छात्रा को) की वित्तीय सहायता मिलेगी। सरकार ने राज्य के हर जिले में दो मेधावी व एक बीपीएल परिवार की मेधावी बेटी को इस योजना के तहत वित्तीय सहायता देने के निर्देश दिए हैं।
इसके अंतर्गत चयनित छात्राओं को कक्षा 11-12 में प्रतिवर्ष 15000 रुपए तथा उसके बाद उच्च अध्ययन के लिए 25000 रुपए सालाना एकमुश्त शिक्षण सामग्री के लिए और कक्षा 11-12 के लिए 1 लाख उसके बाद उच्च शिक्षा के लिए 2 लाख रुपए कोचिंग छात्रावास शुल्क के लिए बालिका शिक्षा फाउंडेशन द्वारा उपलब्ध कराए जाएंगे। दसवीं की परीक्षा में जिले की एक बीपीएल परिवार की बेटी को भी 1 लाख रुपए उच्च शिक्षा के लिए दिए जाएंगे।
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