प्रदेश की राजधानी जयपुर को आज उसका नया महापौर मिला। जयपुर नगर निगम के उपचुनावों के नतीज़े आ चुके हैं, बागी विष्णु लाटा ने भाजपा के मनोज भारद्वाज को एक वोट से हरा दिया है। जयपुर मेयर के उपचुनावों में कुल 90 वोट डाले गए। जिसमें से 45 वोट विष्णु लाटा को मिले, 44 वोट मनोज भारद्वाज को मिले और 1 वोट कैंसिल हो गया। इससे यह भी पता चलता है, हर एक वोट कीमत होता है, जो किसी भी नेता को राजा या रंक बना सकता है।
जयपुर मेयर चुनाव के अंतिम दौर में भाजपा की गणित तब बिगड़ी जब पार्षद बजरंग कुमावत ने अपना वोट डाला। जी हाँ सूत्रों के अनुसार विष्णु लाटा को विजय बनाने वाला वो आखिरी वोट पार्षद बजरंग कुमावत का था। पार्षद बजरंग कुमावत के दिल्ली जाने के कार्यक्रम के चलते वो आखिरी में वोट डालने पहुंचे थे।
प्रदेश भाजपा की तरफ़ से पार्षद विष्णु लाटा को मानाने के लिए आखिरी समय तक कोशिश की जा रही थी। विधायक कालीचरण सर्राफ़ सहित कई पूर्व मंत्री उनको मनाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन वो वो मैदान में डटे रहे। नवनिर्वाचित महापौर विष्णु लाटा ने कहा कि ” मैं भाजपा से बागी नहीं हूँ, बस लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए चुनाव लड़ना चाहता हूँ।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले अशोक लाहोटी जयपुर के मेयर थे। विधानसभा चुनावों में सांगानेर से विधायक चुने जाने के बाद जयपुर मेयर की कुर्सी खाली थी। लोकसभा चुनाव के नजदीक आते ही भाजपा के लिए परेशानी बढ़ चुकी है। अब देखना होगा विष्णु लाटा के जयपुर मेयर के उपचुनावों को जीतने के बाद प्रदेश भाजपा संगठन पर क्या प्रभाव पड़ता है।
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Author : Ganesh