फसली कर्ज के तले दब रहे किसानों के लिए यह एक राहत की खबर है। वसुन्धरा सरकार 31 मई से किसानों के लिए कर्जमाफी के शिविरों का शुभारंभ करने जा रही है। 36 जिलों के 29 शहरों में इन शिविरों का आयोजन होगा। संभावना है कि मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे खुद बांसवाड़ा में इन शिविरों का उदघाटन करेंगी। इससे पहले यह शिविर 26 मई व 28 मई को आयोजित होने वाले थे लेकिन अपरिहार्य कारणों से ऐसा न हो सका। यहां किसानों को कर्जमाफी के प्रमाण पत्र के साथ खरीफ के नए ऋण का पत्र भी दिया जाएगा। इन शिविरों की तैयारियों को लेकर हाल ही में मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने एक अहम बैठक बुलाई है। बैठक में सीएम ने सभी जिलों में कर्जमाफी शिविरों के शुभारंभ की तैयारियों की समीक्षा ली।
शिविर में बांटे जा रहे कर्जमाफी के प्रमाण पत्रों के जरिए किसानों को बताया जाएगा कि उनका कितना कर्ज माफ हो रहा है। इस विषय में मुख्यमंत्री राजे ने अधिकारियों को जल्द क्रियान्वयन के निर्देश दिए हैं। किसी भी प्रकार की आपत्ति होने पर किसान शिविर में समस्या समाधान के लिए आवेदन कर सकते हैं। शिविरों में सभी प्रभारी मंत्री व विधायक अपने-अपने जिलों में मौजूद रहेंगे।
इस संबंध में राज्य के सहकारिता मंत्री अजय सिंह किलक ने बताया, ‘कर्जमाफी को लेकर किसानों को किसी भी तरह की समस्या नहीं आने दी जाएगी। इसके लिए वित्तीय प्रबंधन में सरकार जुटी है। अभी राज्य सरकार ने कुछ पैसा दिया है और एनसीडीसी से हमारे अधिकारियों की बात हुई है। हमें विश्वास है कि पांच करोड़ रुपए का ऋण मिलेगा। जरूरत पड़ने पर दूसरी बैकों से भी ऋण लिया जाएगा। लेकिन किसानों के कर्जमाफी में समस्या नहीं आएगी।’
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