राजस्थान के राज्यपाल एवं कुलाधिपति कल्याण सिंह ने कोटा के वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय में पूर्व प्रधानमंत्री स्व.अटल बिहारी वाजपेयी पर अनुसंधान के लिए शोधपीठ की स्थापना करने की आवश्यकता प्रतिपादित की है। उन्होंने विश्वविद्यालय के 11वें दीक्षांत समारोह पर छात्र-छात्राओं व उनके अभिभावकगण और विश्वविद्यालय के अधिकारियों व कर्मचारियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। समारोह में भेजे गए शुभकामना संदेश में उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन से अटलजी पर अनुसंधान कार्य कराए जाने की अपेक्षा की है। इससे पहले सिंह ने स्व.दीनदयाल उपाध्याय को उनके जन्म दिवस पर याद किया और नमन करते हुए उन्हें श्रद्वाजंलि दी।
आॅनलाइन एज्यूकेशन पर दिया जोर
अपने संदेश में उन्होंने कहा कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्व.अटल बिहारी वाजपेयी के विचार और कार्य गहन शोध के विषय हैं। इसलिए विश्वविद्यालयों को उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर शोध की पहल करनी चाहिए। यहां उन्होंने वाजपेयी पर अनुसंधान के लिए शोधपीठ की स्थापना करने की आवश्यकता पर जोर दिया। अगर ऐसा होता है तो कोटा खुला विश्वविद्यालय देश का पहला विश्वविद्यालय होगा जहां अटलजी के विचारों और उनके कार्यों पर मरणोपरांत शोध किया जाएगा। सच में अटलजी के विचारों को करीब से जानने और सबके सामने लाना का यह नायाब तरीका साबित होगा। इसके साथ ही दूरस्थ शिक्षा (आॅनलाइन एज्यूकेशन) पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा, मौजूदा समय में ऑनलाइन शिक्षा का दौर शुरू हो गया है। बदलते परिदृश्य में इसे नया रूप देना आवश्यक है।
सामाजिक भागीदारी को समझें विश्वविद्यालय
राज्यपाल कल्याण सिंह ने कहा है कि विश्वविद्यालय सामाजिक भागीदारी को समझें। ऐसे कार्यक्रमों का संचालन करें कि युवा पीढ़ी को गांव, गरीब और जरूरतमंद की पीड़ा का एहसास हो सके। सिंह ने कहा कि सामाजिक उत्तरदायित्वों का ज्ञान छात्र-छात्राओं को कराना जरूरी है ताकि युवा जिम्मेदारियों को समझें। इससे ऐसे नवाचारों से समाज का उत्थान होगा और नए वातावरण का निर्माण हो सकेगा।