जयपुर। राजस्थान में आज से यात्रा पॉलिटिक्स शुरू हो गई है। सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के स्वागत में जुटी है। वहीं विपक्षी पार्टी बीजेपी सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस के खिलाफ जन आक्रोश रैली निकालने वाली है। इसको पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जयपुर से रवाना किया। राहुल की यात्रा 3-4 दिसंबर को पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के निर्वाचन क्षेत्र झालरापाटन (झालावाड़) से प्रदेश में प्रवेश करने जा रही है। बीजेपी ने भी नड्डा के साथ वसुंधरा राजे को जन आक्रोश रैली से खास तौर पर जोड़ा है। बीजेपी के रथ पर राजे के पोस्टर भी लगे हैं। पार्टी यात्रा निकालने के लिए उनके अनुभव का फायदा भी लेगी। राजे पहले 2 बार राजस्थान में रथ यात्रा निकालकर कांग्रेस से सत्ता छीन चुकी हैं। सभा को संबोधित करते हुए राजे ने कहा कि पोस्टर्स के बजाय पब्लिक में दिखने की होउ़ रखो।
राजे और पूनिया सहित कई नेता ने नड्डा का किया स्वागत
नड्डा का जयपुर हवाईअड्डे पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, गुलाब चंद कटारिया, सांसद अर्जुन राम मेघवाल, सीपी जोशी, राज्यवर्धन राठौड़, दीया कुमारी समेत पार्टी के नेताओं ने स्वागत किया। नड्डा हवाई अड्डे से राम मंदिर और राजा पार्क गुरुद्वारे में पूजा अर्चना के बाद दशहरा मैदान में जनसभा को संबोधित किया। इसके बाद बीजेपी मुख्यालय में बैठक हुई।
राजे बोली, कांग्रेस ने बीजेपी सरकार की योजनाओं को किया ध्वस्त
वसुंधरा राजे ने दशहरा मैदान में बीजेपी सभा को संबोधित किया। इस दौरान पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने अशोक गहलोत सरकार पर जमकर हमला बोला। राजे ने कहा कि CM और पूर्व डिप्टी CM की लड़ाई में कांग्रेस सरकार उलझी हुई है। गहलोत और पायलट में आपस में बात तक नहीं होती है। अफसर और मंत्री भी आपस में झगड़ रहे हैं। हमारी बीजेपी सरकार की योजनाओं को रोकने और ध्वस्त करने का काम प्रदेश कांग्रेस सरकार ने किया है।
राजे की यात्रा पॉलिटिक्स से बीजेपी को मिली 2 बार कामयाबी
वसुंधरा राजे को जब साल 2002 में पहली बार भाजपा का प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया था, तब उनके सामने प्रचंड बहुमत वाली कांग्रेस सरकार और दिग्गज राजनेता अशोक गहलोत बतौर मुख्यमंत्री टक्कर में थे। भाजपा विपक्ष में थी और कांग्रेस 153 सीटों के साथ सत्ता में थी। तब वसुंधरा ने साल भर राजस्थान की यात्रा की थी और उसे परिवर्तन यात्रा नाम दिया था। यह यात्रा बेहद सफल रही और साल 2003 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी को इतिहास में पहली बार राजस्थान में 120 सीटों पर जीत मिली थी। जबकि कांग्रेस केवल 56 सीटों पर सिमट गई थी।
आज 51 जन आक्रोश रथों को करेंगे रवाना
जेपी नड्डा दशहरा मैदान से आज 51 ‘जन आक्रोश रथों’ को हरी झंडी दिखाएंगे, जो राज्य भर के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों की यात्रा करेंगे। सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों में रथयात्रा तीन और चार दिसंबर से शुरू होगी। ‘जन आक्रोश यात्रा’ का उद्देश्य राज्य सरकार को उसकी चौथी वर्षगांठ पर घेरना है। राज्य में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।
1100 मंडलों और 52 हजार बूथों को कवर करेगी यात्रा
बीजेपी ने जन आक्रोश यात्रा के लिए 4 सीनियर नेताओं के नेतृत्व में एक जन आक्रोश समिति भी गठित कर दी है। जिसमें पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी और सांसद दीया कुमारी शामिल हैं। यह रथ यात्राएं सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों में 7 से 10 दिनों तक निकाली जाएंगी। इस दौरान भाजपा अपने सभी 1100 मंडलों और 52 हजार मतदान बूथों को कवर करेगी। हर विधानसभा क्षेत्र में पार्टी के जिलाध्यक्ष, वर्तमान विधायक, पूर्व भाजपा प्रत्याशी, पदाधिकारी, विभिन्न मोर्चों के सदस्य आदि शामिल होंगे।