जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती गुरुवार दोपहर बाद अजमेर पहुंची। जम्मू कश्मीर में लगातार जारी अशांति और सुरक्षा बलों पर जारी आतंकी हमलों के बीच सीएम महबूबा मुफ्ती महान सूफी संत हज़रत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह पहुंची। मुख्यमंत्री मुफ्ती ने गरीब नवाज की मजार पर मखमल की चादर और अकीदत के फूल पेश कर प्रदेश में अमन और शांति के लिए मन्नत मांगी।
किशनगढ़ हवाई अड्डे पर उतरने के बाद सड़क मार्ग से पहुंची अजमेर
सीएम महबूबा मुफ्ती दोपहर करीब 1:30 बजे किशनगढ़ हवाई अड्डे पर उतरी इसके बाद वे सड़क मार्ग से कार द्वारा अजमेर पहुंची। जम्मू कश्मीर मुख्यमंत्री मुफ्ती कड़े पहरे में दरगाह जियारत के लिए पहुंची थी। उनकी सुरक्षा के लिए खास इंतजाम किए गए। वे कुछ देर गेस्ट हाउस में रुक कर सीधे गरीब नवाज की दरगाह पहुंची। दरगाह के मुख्य द्वार निजाम गेट पर उनकी आगवानी की गई। बुलंद दरवाजे से वह सिर पर अकीदत का नजराना लेकर आस्ताना शरीफ पहुंची। इसके बाद मुफ्ती ने मजार शरीफ पर अकीदत का नजराना पेश किया। खादिम ने उन्हें जियारत कराई और दरबार की चुनरी ओढ़ाकर दस्तारबंदी की एवं गरीब नवाज की दरगाह का तबर्रुक भी भेंट किया। मुख्यमंत्री ने कश्मीर में शांति बहाली के लिए विशेष दुआ की।
लंबे समय बाद ख़्वाजा दरगाह में जियारत करने आई है महबूबा मुफ्ती
जानकारी के मुताबिक सीएम महबूबा मुफ्ती काफी लंबे समय के बाद जियारत के लिए ख़्वाजा चिश्ती की दरगाह में आई है। इससे पूर्व मुफ्ती कश्मीर में भाजपा के गठबंधन से बनी उनकी सरकार के बाद दरगाह जियारत को आई थी। उसके बाद अब उनका अजमेर स्थित दरगाह जियारत को आना हुआ है। वे यहां काफी देर तक दुआ में रही और राज्य में अमन-चैन के लिए मन्नत की। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी समय-समय पर दरगाह जियारत को आते रहे हैं।
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