राजस्थान की राजधानी जयपुर शहर में पानी की समस्या का जल्द ही स्थायी समाधान निकालने की कवायद शुरू हो गई है। दरअसल, इस समस्या से निपटने के लिए बीसलपुर से पानी की सप्लाई के लिए एक और समानान्तर पाइप लाइन बिछाई जानी है। करीब एक हजार करोड़ के इस प्रोजेक्ट की स्वीकृति के लिए फाइल वित्त विभाग को भिजवाई जा चुकी है। माना जा रहा है कि अगले 2-3 महीनों में इसकी निविदाएं आमंत्रित कर ली जाएगी। यह नई पाइपलाइन वर्ष 2051 तक की आवश्यकता को ध्यान मे रखकर बिछाई जाएगी। नई पाइपलाइन से अब जयपुर के उन इलाकों को भी बीसलपुर का पानी मिलेगा जो अभी तक जुड़े हुए नहीं थे।
मुख्यमंत्री राजे ने बजट में की बीसलपुर से एक और पाइपलाइन बिछाने की घोषणा
प्रदेश की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे द्वारा वित्त वर्ष बजट में जयपुर शहर के लिए नई पाइनलाइन बिछाने की घोषणा की गई थी। घोषणा किए जाने के बाद से ही बीसलपुर से पानी की एक और समानान्तर पाइपलाइन बिछाये जाने की कवायद तेज हो गई है। जानकारी के अनुसार जलदाय विभाग ने प्रोजेक्ट की डीपीआर तैयार कर स्वीकृति के लिए फाइल वित्त विभाग को भेज दी है। इस प्रोजेक्ट पर सैद्धान्तिक सहमति भी दी जा चुकी है। अब जल्द ही स्वीकृति के बाद इस पर काम शुरू कर दिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि जयपुर शहर की आबादी साल दर साल बढ़ रही है। वर्तमान में शहर की आबादी करीब 37 लाख के आंकड़े को पार कर चुकी है। ऐसे में शहर की बड़ी आबादी के लिए रोज पानी की पूर्ति करना जलदाय विभाग के सामने एक बड़ी चुनौती है। लेकिन अब जल्द ही नई पाइपलाइन बिछाये जाने के बाद शहर में पानी की समस्या का स्थायी समाधान हो जाएगा।
97 किलोमीटर लंबी और 2200 एमएम की एमएस पाइपलाइन बिछाई जाएगी
यह नई पाइपलाइन 97 किलोमीटर लंबी होगी। इसमें 2200 एमएम की एमएस पाइपलाइन डाली जाएगी। शहर की बढ़ी हुई पानी की मांग के चलते मुख्यमंत्री राजे ने बजट में 1000 करोड़ लागत की पाइपलाइन की घोषणा की थी। अभी जो बीसलपुर पाइपलाइन है वो 2300 एमएम की एमएस है। इस पाइपलाइन की क्षमता 600 एमएलडी की है, जबकि शहर की वर्तमान आवश्यकता करीब 800 एमएलडी की है। 97 किलोमीटर लंबी यह पाइपलाइन पुरानी भी हो चुकी है और बार-बार इसमें अवरोध भी सामने आते रहते हैं। नई पाइपलाइन बिछाने के बाद यदि पुरानी लाइन में अवरोध भी होता है तो जयपुरवासियों को पानी का बंदोबस्त करने के लिए यह विकल्प भी होगा। इस प्रोजेक्ट के लिए तीन साल में चरणबद्ध रुप से वित्तीय प्रावधान किया जाएगा।
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विभाग के चीफ इंजीनियर आईडी खान का कहना है कि प्रोजेक्ट के तहत सूरजपुरा से बालावाला हैडवर्क्स तक नई पाइपलाइन डाली जाएगी। आगामी 2 से तीन साल में चरणबद्ध रुप से यह प्रोजेक्ट पूरा होगा। इसे इस तरह से डिजाइन किया गया है कि जयपुर शहर की वर्ष 2051 तक की आवश्यकता की पूर्ति हो सकेगी। बता दें, अभी जयपुर शहर में पानी की पूरी सप्लाई के लिए दो हजार से ज्यादा ट्यूबवेल और करीब 1800 हैण्डपम्प की भी मदद लेनी पड़ती है।