जयपुर। प्रदेश की राजधानी जयपुर के विराटनगर निवासी एक कपड़ा व्यापारी की उनकी ही नाबालिग बेटी ने गला रेतकर हत्या कर दी। दसवीं कक्षा में पढ़ने वाली 15 साल की बेटी अपने प्रेमी के साथ मिलकर बेंगलुरू में पिता को बहुत ही दर्दनाक मौत दी। इस कलयुकी बेटी ने पहले पिता के दूध में जहर मिलाया। दूध पीने के बाद जब पिता अचेत हो गया तो अपने प्रेमी संग मिलकर सब्जी काटने वाले चाकू से गर्दन काट दी है। इसके बाद लाश को घसीटकर बाथरूम में लाई। बाद में वारदात को छिपाने के लिए शव पर पैट्रोल की चार बोतले छिड़ककर आग लगा दी।
पिता देते थे मोबाइल से दूर रहने की नसीहत
विराटनगर के मैड गांव निवासी कारोबारी पंद्रह साल पहले विराटनगर से बेंगलुरू चले गए थे। वहां अपनी पत्नी और बेटा-बेटी के साथ रहकर वे कपड़े का कारोबार कर रहे थे। लेकिन दसवीं में पढ़ने वाली बेटी और उससे मिलने आने वाले उसके दोस्त प्रवीण से पिता बहुत ज्यादा परेशान थे। बेटी पढाई नहीं करती थी बस फोन पर प्रवीण से बात करती रहती थी। मां भी उसे खूब समझाया लेकिन वह नहीं मानी। बार बार की टोका टोकी से परेशान होकर बेटी ने अपने पिता को रास्ते से हटाने की योजना बना ली।
प्रेमी के साथ मिलकर पिता को उतार दिया मौत घाट
उनके रिश्तेदार में शादी थी इसलिए पिता अपने बेटे और पत्नी को रेलवे स्टेशन छोड़ने गए। रेलवे स्टेशन से जैसे ही पिता वापस लौटे तो दूध में नींद की 6 गोलियां दे दी। इससे कुछ देर बाद वह बेहोश हो गए। पिता बेहोश होने के बाद उसने प्रेमी प्रवीण को अपने घर बुला लिया। दोनों ने मिलकर चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी।
खुद को जख्मी किया
हत्या के आरोपी प्रेमी प्रवीण ने पुलिस को गुमराह करने के लिए आग के दौरान खुद के हाथ पर भी घाव कर लिए थे। ताकि बता सके कि लड़की के पिता को बचाने के चक्कर में चोट लगी है। इसके अलावा वह वहां से भागने की फिराक में था, लेकिन पड़ोसियों को देखकर कामयाब नहीं हो सका।
पड़ोसियों ने दी पुलिस को सूचना
पुलिस ने बताया कि पिता की हत्या बाद बेटी के प्रेमी ने पुलिस को गुमराह करने के लिए आग के दौरान खुद के हाथ पर भी घाव कर लिए थे, ताकि बता सके कि लड़की के पिता को बचाने के चक्कर में वह भी जख्मी हो गया। इसके अलावा वह वहां से भागने की फिराक में था, लेकिन पड़ोसियों को देखकर वह वहां से भागने में कामयाब नहीं हो सका। फिलहाल पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर मामले को लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।