जून की छुट्टियों में रेलवे पर बढ़ते भार के चलते विभाग राजस्थान सहित देशभर में एक सघन अभियान चलाने जा रहा है। इस अभियान के तहत अब ट्रेन के रिजर्व कोच में निर्धारित वजन से अधिक सामान लेकर ट्रेवल नहीं किया जा सकेगा। अगर ऐसा होता है तो यात्री से 6 गुना तक जुर्माना वसूला जाएगा। एयरपोर्ट की तर्ज पर शुरू किए जा रहे इस अभियान को लेकर विभाग पूरी तरह सचेत है। रेलवे अब ऐसे मुसाफिरों पर विशेष नजर रखेगा जो निर्धारित वजन से अधिक का सामान या लगेज लेकर ट्रेन में चढ़ेंगे। यह अभियान फिलहाल 8 जून से 22 जून तक चलाया जाएगा।
सामान ले जाने की भार सीमा
अभियान की शुरूआत से पहले रेलवे मुसाफिरों को यह जानकारी दे रहा है कि विभिन्न कोचों में कितना सामान ले जाया जा सकता है। प्रत्येक यात्री को ट्रेनों के डिब्बों में एक निश्चित सीमा में निशुल्क सामान या भार ले जाने की अनुमति है। विभिन्न श्रेणियों में निशुल्क सामान ले जाने की अलग-अलग सीमाएं हैं। उससे ज्यादा सामान ले कर कोच में चढ़ना नियम विरूद्ध है और इसके लिए जुर्माना भरना पड़ेगा। हालांकि बुक कराकर सामान साथ लिया जा सकता है।
अगर हो ज्यादा सामान, तब….
अगर आपके पास निर्धारित सीमा से अधिक भार का सामान या लगेज है तो चिंता की कोई बात नहीं है। आप बुक कराकर यानि उसका अतिरिक्त शुल्क जमा कराकर सामान कैरी कर सकते हैं। लेकिन यात्रा के दौरान या फिर गंतव्य पर पहुंचने के बाद बुक सीमा से अधिक सामान पाया जाता है तो अतिरिक्त सामान पर पार्सल चार्ज का 6 गुना या फिर न्यूनतम 50 रूपए का जुर्माना वसूला जाएगा।
भारी सामान से अन्य यात्रियों को होती है परेशानी
यह अभियान रेलवे ने इसलिए चलाया है क्योंकि जून की छुट्टियों में अधिकतर लोग समर वैकेशन प्लान करते है। इस दौरान अधिक सामान लेकर कोच में चढ़ने से साथ सफर कर रहे अन्य सहयात्रियों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लोकल कोच में यह दिक्कत आम है। इन सभी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए ही रेलवे विभाग यह पहल शुरू कर रहा है।
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