राजस्थान विधानसभा चुनाव से करीब 10 दिन पहले राजस्थान बीजेपी ने मंगलवार को अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी कर दिया है। इसे राजस्थान गौरव संकल्प पत्र नाम दिया गया है। इस घोषणा पत्र में लिखा हुआ है कि गोरखधंधा शब्द के प्रयोग पर पाबंदी लगाई जाएगी। बीजेपी का मानना है कि यह शब्द गुरु गोरखनाथ के साथ जुड़ा हुआ है। यह पीठ एक सम्मानित तीर्थ स्थल के रूप में स्थापित है। गुरु गोरखनाथ भी बड़े धर्म गुरु रहे हैं। माना जा रहा है कि यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ की वजह से भी बीजेपी ने गोरखधंधा शब्द पर पाबंदी लगाने की सोची है।
लोगों में चर्चा है कि बीजेपी सत्ता में आएगी तो गोरखधंधा बोलने से कैसे रोकेगी
भारतीय जनता पार्टी द्वारा यह घोषणा करने के बाद लोगों में चर्चा है कि बीजेपी सत्ता में आएगी तो गोरखधंधा बोलने से कैसे रोकेगी। लोगों के बीच फिलहाल यह चर्चा का विषय है। क्या गोरखधंधा शब्द को अपशब्द मानकर इसके लिए कोई दंड का प्रावधान किया जाएगा या फिर यह शब्द इस्तेमाल करने वालों पर जुर्माना लगाया जाएगा। अथवा बोलने वाले को जेल भेजा जाएगा। अभी के लिए यह कहना मुश्किल होगा लेकिन बीजेपी चुनाव में जीत दर्ज करती है तो जल्द ही इस पर रोक के लिए कानून बन सकता है।
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इधर, इस पर कांग्रेस ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया जताई है। कांग्रेस ने कहा कि गुरु गोरखनाथ सम्मानित गुरु हैं। जिनकी सब इज्जत करते हैं। लेकिन गोरखधंधा हिंदी का एक शब्द है। इससे गुरु गोरखनाथ का कोई लेना देना नहीं है। कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा है कि यह बीजेपी चुनावी पेंतरा है। उनका कहना था कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को खुश करने के लिए यह सब बीजेपी के संकल्प पत्र में डाला गया है।