आज राजस्थान सहित देशभर में लोहड़ी का उत्सव बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है। जगह-जगह अनेक संस्थाओं ने मिलकर शाम को लोहड़ी सेलिब्रेट कर रखी है। इस खुशी की घड़ी के बीच प्रदेश के राज्यपाल कल्याण सिंह और मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को लोहड़ी की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने अपने शुभकामना व बधाई संदेश में कहा है कि ‘नई फसल के आगमन पर मनाया जाने वाला यह पर्व हम सब में नई ऊर्जा का संचार करता है। हमें इस ऊर्जा को ऎसे कार्यों में लगाना चाहिए, जिससे समाज में सौहार्द और समरसता बनी रहे। लोहड़ी के इस शुभ अवसर पर सभी को हमारी संस्कृति के मूल्यों और सामाजिक रीति-रिवाजों के महत्व को बचाए रखने तथा इसे नई पीढ़ी तक पहुंचाने का संकल्प लेना चाहिए।’
लोहड़ी सिखों का एक प्रमुख त्यौहार है लेकिन देशभर में इन्हें सभी धर्मों द्वारा शौक से सेलिब्रेट किया जाता है। पारंपरिक तौर पर लोहड़ी फसल की बुआई और उसकी कटाई से जुड़ा एक विशेष त्यौहार है। इस दिन सभी अपने घरों और चौराहों के बाहर लोहड़ी जलाते है। आग का घेरा बनाकर दुल्ला भट्टी की कहानी सुनाते हुए रेवड़ी, मूंगफली और लावा खाते हैं। अलाव जलाकर उसके इर्दगिर्द नृत्य किया जाता है। सभी लोग पवित्र अग्नि के चारों तरफ नाच और गीत गाकर चक्कर लगाते हैं। ऐसा करके सूर्य और अग्नि को आभार प्रकट किया जाता है जिससे हर साल उनकी फसलों पर प्रभु की विशेष कृपा रहे।
सभी प्रदेशवासियों को लोहड़ी की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। नई फसल के आगमन पर मनाया जाने वाला यह पर्व हम सब में नई ऊर्जा का संचार करता है। आइये, हम हमारी संस्कृति के मूल्यों और सामाजिक रीती-रिवाजों के महत्व को बचाये रखने तथा नई पीढ़ी तक पहुँचाने का संकल्प लें।#HappyLohri pic.twitter.com/KnmTjaNg4M
— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) January 13, 2018
इस दिन विवाहिता पुत्रियों को मां के घर से ‘त्योहार’ (वस्त्र, मिठाई, रेवड़ी, फलादि) भेजा जाता है। मान्यता यह भी है कि यह आग पूस की आखिरी रात और माघ की पहली सुबह की कड़क ठंड को कम करने के लिए जलाई जाती है। सोशल मीडिया पर लोहड़ी की बधाइयों का तांता लगा हुआ है।
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