प्रदेश के लहसुन उत्पादक किसानों से राज्य सरकार गुरुवार से लहसुन खरीदने जा रही है। सहकारिता मंत्री अजय सिंह किलक ने बताया कि बाजार हस्तक्षेप योजना के तहत 26 अप्रैल, 2018 से कोटा जिले के कोटा एवं बारां जिले के छीपाबड़ौद केन्द्रों पर लहसुन खरीद प्रारम्भ की जाएगी। उन्होंने बताया कि लहसुन खरीद के लिए ऑनलाइन पंजीयन की प्रक्रिया चल रही है। बता दें, इससे पहले राजस्थान के किसानों से सहकारिता के माध्यम से खरीद केन्द्रों पर सरसों, गेहूं, चना, मूंगफली, प्याज और दालों की खरीद की जा चुकी है।
3 हजार 257 रुपए प्रति क्विंटल की दर से की खरीद जाएगा लहसुन
सहकारिता मंत्री किलक ने बताया कि अभी प्रारम्भिक तौर पर प्रदेश में दो केन्द्रों पर खरीद की शुरूआत हो रही है। उन्होंने बताया कि आवश्यकता के अनुसार खरीद केन्द्र और बढ़ाए जाएंगे। लहसुन खरीद 26 अप्रैल से शुरू होकर 12 मई तक चलेगी। सहकारिता मंत्री ने बताया कि 3 हजार 257 रुपये प्रति क्विंटल की दर से लहसुन की खरीद की जाएगी। कोटा और बारां जिले में लहसुन खरीद केन्द्र स्थापित किए गए हैं।
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करीब 2 हजार किसान लहसुन बेचने के लिए करा चुके हैं पंजीयन
प्रमुख शासन सचिव, सहकारिता अभय कुमार ने बताया कि लहसुन बेचने के लिए किसान गिरदावरी, भामाशाह कार्ड एवं आधार कार्ड के द्वारा ऑनलाइन पंजीयन करें एवं आवंटित निर्धारित तिथि को खरीद केन्द्र पर आकर उपज का विक्रय करें। उन्होंने बताया कि 23 अप्रैल तक 1 हजार 870 किसान लहसुन बेचने के लिए पंजीयन करवा चुके हैं। उन्होंने बताया कि लहसुन विक्रय के बाद किसान को उसके भामाशाह कार्ड में अंकित बैंक खाते में सीधे हस्तान्तरित कर दी जाएगी।