उन्नत हुए राजस्थान के किसान अब किनवा जैसी फसलों की बंपर पैदावार दे रहे है। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के किसानों के हितों में किए गये प्रयास अब सार्थक रंग लाने लगे है। राजस्थान सरकार प्रदेश में पहली बार उत्पादित हुए किनवा की फसल को खरीद किसानों को प्रोत्साहित करने का कार्य कर रही है। कृषि मंत्री डॉ. प्रभुलाल सैनी ने बताया कि राज्य में पहली बार उत्पादित किनवा की फसल की राज्य सरकार द्वारा खरीद की जाएगी।
6 हजार प्रति क्विंटल की दर से खरीदा जाएगा किनवा
मंत्री सैनी ने बताया कि यह खरीद राजस्थान स्टेट सीड्स कॉर्पोरेशन द्वारा 6 हजार प्रति क्विंटल की दर से की जाएगी। डॉ. सैनी ने राजस्थान स्टेट सीड्स कॉर्पोरेशन को किनवा की खरीद करने के निर्देश दिए, जिसके बाद इस संस्था ने खरीद करने के आदेश जारी कर दिए हैं। जिन किसानों को कृषि विभाग द्वारा किनिवा के मिनिकिट वितरित किए गए थे और उन्होंने इसका उत्पादन लिया है, ऐसे किसानों से राजस्थान सीड कॉर्पोरेशन 6 हजार रुपये प्रति क्विंटल की दर से किनवा की खरीद करेगा।
प्रदेश के 11 जिलों में हुई किनवा की बंपर पैदावार
डॉ. सैनी ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश में पहली बार दक्षिणी अमरीकी देशों में होने वाली किनवा की फसल राजस्थान के 11 जिलों में की गई थी। इस बार रबी सीजन में इन जिलों में किनवा की बम्पर पैदावार हुई है। राज्य के इन 11 जिलों में किनवा के सफल उत्पादन के बाद अब इसकी खेती पूरे प्रदेश में की जाएगी।
सामान्य खेती से मिले अच्छा आर्थिक लाभ
उन्होंने बताया कि राज्य के जलवायु परिदृश्य के लिहाज से यह पूरी तरह मुफीद है, इसलिए आगामी रबी सीजन में किनवा के 50 हजार मिनिकिट किसानों को वितरित किए जाएंगे। डॉ. सैनी ने बताया कि इसका उत्पादन एक हेक्टेयर में 5 से 18 क्विंटल तक हुआ है। इसकी खेती करने के लिए कोई विशेष प्रशिक्षण और तकनीक की आवश्यकता नहीं है, सामान्य खेती की तरह इसकी खेती की जा सकती है।
20 फीसदी अधिक होती है आय
किसानों को परम्परागत फसलों के मुकाबले 20 फीसदी अधिक आय इसकी खेती से हो सकती है। इसे सुपर फूड के रूप जाना जाता है। किनवा बथुआ प्रजाति का सदस्य है, जिसे रबी में उगाया जाता है। इसका उपयोग सूप, दलिया और रोटी के रूप में किया जा सकता है।