राजस्थान चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में एक नया आयाम स्थापित करने जा रहा है। दरअसल, प्रदेश में इस साल नए सत्र यानि 2018-19 से एक साथ पांच नए मेडिकल कॉलेज शुरू हो जाएंगे। राजस्थान सरकार में चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ ने सोमवार को एक समारोह में कहा कि मेडिकल कॉउन्सिल ऑफ इंडिया ने हाल ही भीलवाडा, डूंगरपुर, चूरू, पाली और भरतपुर में नए मेडिकल कॉलेजों को शुरू करने पर अपनी सहमति दे दी है। जल्दी ही इसके आदेश भी जारी हो जाएंगे।
देश में पहली बार किसी राज्य में पांच मेडिकल कॉलेज को एक साथ मिली अनुमति
चिकित्सा मंत्री सराफ ने कहा कि देश में यह पहली बार होगा कि किसी राज्य में राजकीय क्षेत्र में एक साथ पांच नए मेडिकल कॉलेजों को अनुमति दी जा रही हो। उन्होंने बताया कि तीन मेडिकल कॉलेज और अभी पाइप लाइन में है। उन्हें भी अगले सत्र तक शुरू करने के प्रयास किए जा रहे हैं। मंत्री सराफ ने बताया कि प्रत्येक मेडिकल कॉलेज में 100-100 सीटें हैं। इस तरह से कॉलेज पूरी तरह मूवमेंट में आने के बाद प्रदेश को प्रतिवर्ष 500 डॉक्टर्स इनसे मिलने लगेंगे।
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सीकर, बाड़मेर और धौलपुर में अगले सत्र तक शुरू होंगे मेडिकल कॉलेज
इस समारोह में शामिल रहे चिकित्सा राज्यमंत्री बंशीधर बाजिया ने कहा कि सीकर, बाड़मेर और धौलपुर में भी जल्द ही मेडिकल कॉलेज शुरू करने हैं, लेकिन यहां अभी इन्फ्रास्ट्रक्चर और फैकल्टी की कमी लगातार बने रहने के कारण सरकार ने भी इन मेडिकल कॉलेज को शुरू करने को लेकर फिलहाल कवायद नहीं की है। उन्होंने बताया कि अगले साल शैक्षणिक सत्र शुरू होने से पहले इन तीनों शहरों में भी नए मेडिकल कॉलेज शुरू हो जाएंगे। सरकार ने इसके लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी है। गौरतलब है कि 8 मेडिकल कॉलेज शुरू होने से राज्य में चिकित्सा सुविधा तो बेहतर होगी ही साथ मरीजों को भी समय पर इलाज मिल सकेगा।