जयपुर। राजस्थान में लगातार बढ़ रहे अपराध चिंता का विषय बना हुआ है। अपराध का गढ़ बन चुका प्रदेश में अब कोई भी सुरक्षित नहीं है। प्रदेश के सीकर जिले के खंडेला थाना इलाके में एक वृद्ध ने सूदखोरों से तंग आकर जहर खाकर जान दे दी। मृतक का बेटा जयपुर के जोबनेर थाने में थानाधिकारी है। घटना के बाद पुलिस में हड़कंप मच गया। मृतक के पुत्र जोबनेर थानाधिकारी ने एक नामजद आरोपी सहित उसके परिजनों के खिलाफ आत्महत्या के लिये उकसाने का मामला दर्ज कराया है। पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है।
मृतक का बेटा है जोबनेर में थाना इंचार्ज
खंडेला थानाधिकारी महेंद्र मीना ने बताया की आत्मदाह की वारदात इलाके के होद गांव में हुई हैं वहां सुखदेव शर्मा ने 21 अक्टूबर को जहर खा लिया। इस पर उन्हें गंभीर हालत में चौमूं स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां सुखदेव शर्मा की इलाज के दौरान 22 अक्टूबर को मौत हो गई। इस संबंध में सुखदेव शर्मा के पुत्र हितेश शर्मा ने आत्महत्या के लिये उकसाने का मामला दर्ज कराया है। हितेश शर्मा खुद वर्तमान में जयपुर के जोबनेर में थाना इंचार्ज हैं। हितेश शर्मा ने अपनी प्राथमिकी में आरोप लगाया है कि तिवाड़ी की ढाणी तन जयरामपुरा निवासी बंशीधर मंगावा और उसके परिजन तथा अन्य लोग उधार लिये गये रुपयों के लिए उसके पिता को तंग कर रहे थे।
ब्याज पर ब्याज लगाकर बढ़ाया कर्जा
आरोपी उन्हें प्रताड़ित कर जान से मारने कि धमकी दे रहे थे। सभी ने रुपयों के ब्याज पर ब्याज लगाकर कर्जा बढ़ाकर रुपए देने के लिये उसके पिता पर दवाब बनाया। इससे प्रताड़ित होकर पिता सुखदेव शर्मा ने आत्महत्या कर ली। पुलिस ने हितेश शर्मा की रिपोर्ट के आधार पर आत्महत्या के लिए उकसाने सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
हजारों के बदले लाखों रुपये वसूलने में लगे हैं सूदखोर
आपको बता दें कि सीकर जिले में सूदखोरों ने लोगों में भय पैदा कर रखा है। वे जरुरतमंदा लोगों को मुसिबत के समय रकम उधार देकर उस पर मनमना ब्याज वसूलने में जुटे हैं। इसके लिये वे पीड़ितों पर नियमित रूप से लगातार रकम वापस करने का दबाव बनाते हैं। रुपये नहीं देने पर ब्याज में वृद्धि कर लोगों को प्रताड़ित करते हैं। हजारों रुपयों के बदले वे लाखों रुपये वसूलने में लगे हैं।