जयपुर। प्रदेश में ऑनलाइन दवाइयों में नकली दवाएं बेचने का मामला सामने आया है। ड्रग विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए शुक्रवार को एक साथ पूरे प्रदेश में छापे मारी की। छापे मारी के दौरान 40 लाख रुपए से अधिक की नकली दवाएं जब्त भी की है। सैंपल ले लिए गए है और जांच के बाद आगे की कार्रवाही की जाएगी। ब्लड प्रेशर और हार्ट डिजीज में काम आने वाली इन दवाइयों पर कार्रवाई के लिए प्रदेश भर में छापे मारे गए हैं। यह नकली दवाएं जयपुर के अलावा पूरे राजस्थान में भेजी जा रही हैं। 10 जिलों में इन दवाओं के बड़े बाजार की जानकारी सामने आई है।
इन जिलों में हुई छापे मारी
जांच में सामने आया है कि सीकर, झुंझुनू, अलवर, जोधपुर, भरतपुर, हनुमानगढ़, नागौर, दौसा और करौली में बड़ी मात्रा में इन दवाइयों की बिक्री की जा रही थी। इन सभी जगह भी कार्रवाई की जाएगी। ड्रग कंट्रोलर अजय फाटक ने बताया कि, सूचना मिली थी कि शहर में कई जगह नकली दवाएं बेचे जाने का काम चल रहा है। जयपुर में 8 टीमों ने 10 जगह छापे मारकर ऑनलाइन नकली दवा बेचने के बड़े गोरखधंधे का खुलासा किया है। 80 दवाओं के सैंपल लिए हैं।
ऑनलाइन कॉम्पीटिशन में नकली दवा से कमाई
ऑनलाइन कॉम्पीटिशन में नकली दवा से जबरदस्त कमाई की जा रही है। किसी भी कंपनी की दवा बेचने पर रिटेलर को 16 प्रतिशत और हॉलसेलर को 10 प्रतिशत कमीशन ही मिलता है। जबकि, ऑनलाइन कंपनियां 20 प्रतिशत फायदा तो ग्राहक को ही दे देती हैं। ऐसे में नकली दवा कमाई का जरिया बन गया है।
ड्रग विभाग की टीम को बनाया बंधक
टीम जयपुर के सुदर्शनपुरा स्थित थीया टेक्नोलोजिस में कार्रवाई के लिए पहुंची। यहां जैसे ही टीम बेसमेंट में गई, कर्मचारियों ने ड्रग विभाग की टीम को ही बंधक बना लिया। बाद में ड्रग कंट्रोलर अजय फाटक और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। साथ ही कंपनी के अधिकारियों को चेतावनी दी। इसके बाद ड्रग टीम को छोड़ा गया।