जयपुर। राजस्थान के धौलपुर जिले में पुलिस और बजरी माफिया के बीच मुठभेड़ हो गई। इस घटना में दो युवकों की मौत हो गई और दो पुलिस कॉन्स्टेबल सहित सात लोग घायल हो गए हैं। घायलों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। तनाव बढ़ने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेंद्र वर्मा, सीओ हरिराम मीणा सहित सभी थाना प्रभारी माैके पर पहुंचे। मामले में को देखते हुए इलाके में भारी संख्या में पुलिसबल तैनात की गई है। घटना में घायल एक युवक ने बताया कि वो खाली ट्रैक्टर में बैठकर आठमील की ओर जा रहा था, तभी सहरोन के पास जगदीश के अड्डा गांव में पुलिस ने फायरिंग शुरू कर दी। इसके चलते सेवक नाम के एक युवक की मौत हो गई और बुरी तरह घायल हुए युवक भोलू ने अस्पताल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया। मामलें में भाजपा के पूर्व विधायक जसवंत सिंह गुर्जर ने कहा कि दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।

मिली थी अवैध परिवहन की सूचना
भरतपुर रेंज आईजी लक्ष्मण सिंह गौड़ ने बताया कि बसई डांग थाना पुलिस को रेता के अवैध परिवहन के संबंध में सूचना मिली थी। पुलिस ने टीम को साथ लेकर बजरी माफियाओं को रोकने की कोशिश की। बजरी माफियाओं को रोकने के लिए जिला मुख्यालय से भी पुलिस जाब्ता बुलाया गया था। जहां पुलिस को अवैध बजरी का परिवहन करने वाले माफिया मिले थे। जिनका पुलिस से आमना-सामना हो गया और दोनों तरफ से फायरिंग शुरू हो गई।

जांच के बाद होगा सही निर्णय
आईजी ने बताया कि रेता का परिवहन करने वाले दो माफियाओं की मौत हो चुकी है। वहीं कुछ अन्य लोग घायल हैं, तीन घायलों का जिला अस्पताल में उपचार किया जा रहा है। वहीं पुलिस टीम के एक कांस्टेबल को गोली लगी है। दूसरे पुलिसकर्मी के पैर में चोट आई है। इस पूरे घटनाक्रम की पुलिस द्वारा जांच की जा रही है जांच के बाद जो भी सही निर्णय होगा वह लिया जाएगा।

दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ हो कार्रवाई
भाजपा के पूर्व विधायक जसवंत सिंह गुर्जर ने कहा कि दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो और उनपर कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए। गुर्जर समाज ने मांग की है कि दोषियों को किसी भी स्थिति में नहीं बख्शा जाए पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में दो लोगों की दर्दनाक मौत हुई है। जिसमें एक मृतक का शव भरतपुर जिला मुख्यालय के शव गृह में रखवाया है। वहीं दूसरे युवक का शव स्थानीय जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है।