प्रदेश में 1 अगस्त से शुरू की गई डाक से लाइसेंस और आरसी घर भेजने की योजना पहले महीने में ही विफल होती नजर आ रही है। इसे डाक विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही माना जाए या फिर लाइसेंस-आरसी के नाम पतों में गफलत। आम जनता को अपने ड्राइविंग लाइसेंस और वाहन की आरसी 10 से 15 दिन बाद मिल पा रही हैं।
पुराने ड्राइविंग लाइसेंस-आरसी में पता नहीं होने पर ग़फ़लत
डाक विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही की वजह से परिवहन विभाग की डाक से वाहन रजिस्ट्रेशन प्रमाण-पत्र और ड्राइविंग लाइसेंस भेजने की योजना फेल होती नजर आ रही है। आरटीओ के कर्मचारी तो डाक विभाग के कर्मचारियों को दूसरे दिन वाहनों की आरसी और लाइसेंस मय सूची के साथ उपलब्ध करा रहे हैं, लेकिन डाक कर्मचारी समय पर नहीं भेजे रहे हैं। लाइसेंस-आरसी स्पीड पोस्ट से लोगों को भेजे जा रहे हैं। खर्चा परिवहन विभाग वहन कर रहा है। हालात यह है कि 16 अगस्त को आरटीओ की ओर से उपलब्ध कराए लाइसेंस और आरसी 13 दिन बाद 29 अगस्त को लोगों को मिल पा रही है। समय पर वाहन आरसी नहीं पहुंचने से ट्रांसपोर्ट, ट्रेवल्स एजेंसियों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। ट्रेवल एजेंसियां वाहन टूर पर नहीं भेज पा रहे हैं। लाइसेंस नहीं मिलने से लोग निजी वाहन नहीं चला पा रहे हैं।
कितनी फ़ास्ट है आरटीओ और डाक विभाग की सर्विसेज
- मालवीय नगर निवासी परमानंद ठाकुर ने झालाना आरटीओ में 14 अगस्त को लाइसेंस रिन्यू करवाया। RTO कर्मचारियों ने 16 अगस्त को डाक विभाग को दिया, परमानंद का इसका मैसेज मिला। लेकिन उनका ड्राइविंग लाइसेंस 29 अगस्त को पहुंच सका। कई दिन तक वे डाकिया व आरटीओ ऑफिस घूमते रहे, लाइसेंस नंबर है RJ1419990039785
- कालवाड निवासी सोनू ने 13 अगस्त को वाहन संख्या RJ14GD2958 ट्रांसफर कराई। 16 अगस्त को आरटीओ से आरसी डाक से भेजने की सूचना एसएमएस से दी गई। लेकिन 13 दिन में भी आरसी नहीं मिलने से वो गाड़ी नहीं चला पा रहा। सोनू अब डाक विभाग के चक्कर लगा रहा।
- मालवीय नगर निवासी माजिद अहमद खान ने 13 अगस्त को झालाना में लाइसेंस रिन्यू करवाया। 16 अगस्त को आरटीओ से लाइसेंस नंबर RJ1419990069665 डिस्पैच किया गया। अभी तक लाइसेंस घर नहीं पहुंचा। डाक कर्मचारी कह रहे, पता गलत था, रिसीव नहीं हुआ।
ड्राइविंग लाइसेंस-आरसी पर लिखा नाम पता भी नहीं पढ़ सकते पोस्टमैन
डाक कर्मचारी नाम के साथ पिता का नाम, लाइसेंस नंबर और पते का मिलान नहीं कर रहे हैं। इस वजह से समान नाम वालों के लाइसेंस एक दूसरे के पास पहुंच रहे हैं। राजेश शर्मा पुत्र राधाकिशन (लाइसेंस नंबर -RJ142020208912) और राजेश शर्मा पुत्र बाबूलाल ने (लाइसेंस नंबर -RJ1420131037115) एक की तारीख को लाइसेंस रिन्यू करवाया था। दोनों पते और लाइसेंस नंबर अलग-अलग होने पर भी डाक कर्मचारियों ने एक-दूसरे का लाइसेंस गलत भेज दिए। कर्मचारी सूची में लिखे लाइसेंस नंबर और पते का मिलान करते तो यह गलती नहीं होती। राजेश शर्मा पुत्र बाबूलाल को तो अभी तक लाइसेंस मिला ही नहीं।
यहां यह समझना जरूरी है कि जगतपुरा, झालना और विधाधर नगर डीटीओ आफिस से हर दिन करीब 1300 वाहनों की आरसी और लाइसेंस डिस्पैच किए जा रहे हैं। ये लाइसेंस-आरसी डाक कर्मचारियों को मय सूची उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इसमें 500 लाइसेंस और 800 से अधिक वाहन आरसी शामिल हैं। ये आरसी-लाइसेंस समय पर डाक विभाग की ओर से डिस्पैच करने पर तीसरे दिन आवेदक को मिल जाने चाहिए, लेकिन 10 से 15 दिन में पहुंच रहे हैं।