जयपुर। अशोक गहलोत के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिये नामांकन भरने पर संशय पैदा हो गया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव और राजस्थान में सरकार के नेतृत्व परिवर्तन के बीच उपजे हालात के बाद अब राजनीतिक समीकरण बदलने लगे हैं। राजस्थान की सत्ता के लिए रविवार देर रात हुये संग्राम के बाद अब इस बात की चर्चा जोरों पर है कि अशोक गहलोत के राष्ट्रीय अध्य्क्ष का नॉमिनेशन करेंगे या नहीं। बताया जा रहा है कि गहलोत समर्थक विधायक इस पक्ष में नहीं है कि वे अध्यक्ष पद के लिये नामांकन दाखिल करें।

अजय माकन बोले- ये अनुशासनहीनता है
आज दिल्ली से आए पार्टी के पर्यवेक्षकों अजय माकन और मल्लिकार्जुन खड़गे के बुलावे पर भी पार्टी के निर्देश के बाद भी विधायक बैठक में नहीं पहुंचते। अजय माकन ने विधायकों के बैठक में नहीं आने पर नाराजगी जतायी और इसे अनुशासनहीनता बताया। वही, मंत्री महेश जोशी का कहना है कि हम किसी को मानेसर नहीं लेकर गए। आज भी बाड़ेबंदी जैसी कोई बात नहीं है। यह सबकी इच्छा के आधार पर हुआ। पर्यवेक्षक 121 विधायकों से बात करेंगे इसका कोई मैसेज ही नहीं था। अचानक ये कार्यक्रम बना, हमने भाग नहीं लिया।

कांग्रेस के वफादार के लिए छोड़ूंगा कुर्सी, गद्दार के लिए नहीं : गहलोत
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्रीय पर्यवेक्षकों अजय माकन और मल्लिकार्जुन खड़गे को दो टूक जवाब दिया है कि वह कांग्रेस के वफादार के लिए कुर्सी छोड़ेंगे, गद्दार के लिए नहीं। फिलहाल गहलोत अपना समर्थन दिखाने और शक्ति प्रदर्शन करने के बाद मामले को ठंडा रखना चाहते हैं। उनके समर्थक कह रहे हैं कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के बाद मुख्यमंत्री का फैसला होना चाहिए। इस मामले में कोई जल्दबाजी नहीं होनी चाहिए। अशोक गहलोत और उनके समर्थक विधायकों को अब आलाकमान के अगले निर्देश का इंतजार है। वहीं सचिन पायलट ने इस पूरे घटनाक्रम पर चुप्पी साध रखी है।

मैं किसी गुट में नहीं : दिव्या मदेरणा
ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा ने कहा कि मैं किसी गुट में नहीं हूं। मेरी आस्था कांग्रेस पार्टी और आलाकमान को लेकर है। मैं किसी भी हाल में परसराम मदेरणा की विरासत को कलंकित नहीं होने दूंगी। मुझे महेश जोशी ने फोन कर सीएलपी मीटिंग के बारे में बताया था। लेकिन शांति धारीवाल के घर पर जो मीटिंग हुई। वो अधिकृत मीटिंग नहीं थी। जहां अधिकृत मीटिंग होगी। मैं वहीं जाउंगी।

राजनीतिक संकट के लिए गहलोत जिम्मेदार : बैरवा
जयपुर में सचिन पायलट के आवास पर समर्थक विधायक जुट रहे है। राजस्थान के मौजूदा हालात पर आगे की रणनीति पर चर्चा कर रहे है। चाकसू विधायक वेद प्रकाश सोलंकी और खिलाड़ीलाल बैरवा समेत कई विधायक सचिन पायलट के निवास पर मौजूद है। खिलाड़ी लाल बैरवा ने अशोक गहलोत पर हमला करते हुए कहा कि राजस्थान में राजनीतिक संकट के लिए अशोक गहलोत जिम्मेदार है।

लोढ़ा बोले विधायकों की अब किसी से कोई बात नहीं होगी
वहीं मुख्यमंत्री के सलाहकार संयम लोढ़ा ने कहा कि विधायकों की अब किसी से कोई बात नहीं होगी। हमने हमारी मंशा अजय माकन और मल्लिकार्जुन खड़के तक पहुंचा दी है। अब आलाकमान ही विधायकों की मंशा पर अंतिम फैसला लेगा।आलाकमान का फैसला राजस्थान के हर विधायक ने माना है और आने वाले समय में भी आलाकमान का फैसला ही मान्य होगा।

राजस्थान में पंजाब जैसी साजिश : धारीवाल
सियासी उठापटक और मुख्यमंत्री के चेहरे बदलने की अटकलों के बीच एक बार फिर से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी मंत्री शांति धारीवाल का एक बयान सामने आया है। शांति धारीवाल ने कहा कि एक साजिश के तहत अशोक गहलोत से मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा मांगा जा रहा है। इसी साजिश के चलते कांग्रेस ने पंजाब को खोया और अब राजस्थान खोने जा रहे हैं। अगर यहां पर मुख्यमंत्री बदला गया तो कांग्रेस पार्टी को नुकसान होगा और सत्ता हाथ से निकल जाएगी।