रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने इतिहास रचते हुए बुधवार को लड़ाकू विमान सुखोई-30 एमकेआई में उड़ान भरी। उन्होंने यह उड़ान जोधपुर के एयरफोर्स बेस से भरी। ऐसा करने वाली वह पहली महिला रक्षामंत्री हैं। वह 45 मिनट आसमान में रही। इससे पहले पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल भी पुणे में सुखोई में उड़ान भर चुकी हैं। उन्होंने यह कारनामा 25 नवंबर, 2009 में तीनों सेनाओं के सुप्रीम कमांडर के तौर पर कर दिखाया था। सुखोई-30 वायुसेना का सबसे बेहतरीन लड़ाकू विमान है। रक्षामंत्री का ऐसा करने के पीछे सेना के तीनों अंगों की कार्यप्रणाली और तैयारी को समझना बताया जा रहा है।
After completion of the sortie, Smt @nsitharaman getting off the formidable Sukhoi-30 MKI fighterjet #RakshaMantrifliesSukhoi pic.twitter.com/MGAA7AyTQb
— Raksha Mantri (@DefenceMinIndia) 17 January 2018
सुखोई-30 की उड़ान भरने के बाद रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि ‘मैं ऐसा करने के बाद गर्व महसूस कर रही हूं। इसका मकसद यह जांचना और जानना था कि संकट की घड़ी में हमारे सुरक्षाकर्मी कितने मुस्तैद हैं, उनकी तैयारी कैसी है और कितनी जल्दी से जवाबी कार्रवाई के लिए तैयार हैं। अनुभव यादगार और आंखे खोलने वाला रहा।’ उन्होंने इसे संभव बनाने के लिए एयरफोर्स के अधिकारियों को धन्यवाद भी दिया।
Smt @nsitharaman in the cockpit of the Sukhoi-30 MKI, familiarising herself with the fighter aircraft, before taking off for a sortie #RakshaMantrifliesSukhoi pic.twitter.com/uKtIbzOv7J
— Raksha Mantri (@DefenceMinIndia) 17 January 2018
गौरतलब है कि रक्षामंत्री समय-समय पर सेना के तीनों अंगों का हौसला अफजाई करती रहती हैं। जनवरी महीने में ही वह ‘रक्षामंत्री डे एट सी’ अभियान में हिस्सा लेने के लिए गोवा के भारतीय नौसेना अड्डा आईएनएस पर भी पहुंची थीं। रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने यहां देश के सबसे बड़े नौसैनिक युद्धपोत आईएनएस विक्रमादित्य का जायज़ा लिया था।
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