जयपुर। राजस्थान में बीते दिनों लगे सख्त लॉकडाउन और उसकी पालना का असर नजर आ रहा है। प्रदेश में अब कोरोना संक्रमितों की संख्या में तेजी से कमी आने लगी है। इस सप्ताह कोरोना संक्रमितों की संख्या पिछले सप्ताह की तुलना में 104 फीसदी कम हैं। प्रदेश में 10 मई से लगे सख्त लॉकडाउन के सकारात्मक परिणाम सामने आने लगे है। पिछले 15 दिन में कोरोना संक्रमण की चेन टूटने लगी है। प्रदेश में जहां 15 दिन पहले आंकड़े 17 हजार के ऊपर पहुंच गए थे अब वो 3400 से भी नीचे के पायदान पर पहुंच गए है।
कोरोना की दूसरी लहर का पीक ढलान पर
अभी भी कोरोना प्रोटोकॉल की पालना करनी है चूंकि आंकड़े कम हुए है कोरोना खत्म नही हुआ है। कोरोना की दूसरी लहर के बीच अब प्रदेश के ताजा आंकड़े काफी राहत भरे है। प्रदेश में लगे सख्त लॉक डाउन संक्रमित मरीजों संख्या में आई कमी राहत दे रही है। ताजा आंकड़ों के अनुसार साढ़े तीन हजार करीब संक्रमित और मौतों का आंकड़ा 100 के करीब आ गए है। कुल मिलाकर अब कोरोना की दूसरी लहर का पीक अपने ढलान पर है।
नए केस में 5 गुना कमी
ये भी कयास लगाए जा रहे है कि विशेषज्ञ जो कोरोना का पीक मई के आखिरी या जून के पहले सप्ताह में आना मान रहे थे, वह अब निकल गया है। 26 अप्रैल 12 मई के बीच कोरोना केसों की संख्या 16 से 18 हजार के बीच आ रही थी, 13 से 25 मई के बीच 5 गुना तक कम हो गई।
अस्पतालों में दिखने लगा असर
लगातार कोरोना का संक्रमण दर कम होने का असर अब अस्पतालों में दिखने लगा है। 10-15 दिन पहले शहर के किसी भी सरकारी और निजी अस्पतालों में कहीं भी जगह नहीं थी। अब जनरल और ऑक्सीजन बेड खाली हैं। हालांकि आईसीयू और वेंटिलेटर का संकट अभी भी बरकरार है। डॉक्टरों का कहना है कि संक्रमण दर अभी कम होना शुरू हुआ है। इसका असर आने वाले दो-तीन सप्ताह में दिखेगा और उम्मीद भी है कि जल्द ही वेंटिलेटर और आईसीयू भी खाली हो जाएंगे।
जयपुर, जोधपुर में सबसे ज्यादा संक्रमित केस
बीते दो सप्ताह के अंदर सबसे ज्यादा केस जयपुर और जोधपुर में मिले है। जयपुर में बीते 14 दिन में कुल 30,123 लोग संक्रमित हुए हैं, जबकि जोधपुर में 9217 लोग पॉजिटिव मिले। हालांकि इन दो सप्ताह में 3 जिले ऐसे भी रहे, जहां एक हजार से भी कम केस मिले। इसमें जालौर में सबसे कम 285 संक्रमित केस मिले। वहीं धौलपुर में 891 और प्रतापगढ़ में 960 लोग संक्रमित हुए।