जयपुर। प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के दावे खोखले साबित होते जा रहे है। पिछले दिनों बीजेपी सरकार की योजना अन्नपूर्णा रसोई को बदलकर कांग्रेस ने इंदिरा रसोई कर दिया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने दावा किया था कि कम पैसों में लोगों को अच्छा और पोस्टिक भोजन मिलेगा। लेकिन अशोक गहलोत के दावे खोखले ही साबित हुए है। कांग्रेस विधायक नरेंद्र बुडानिया निरीक्षण करने पहुंचे तो वहां की सच्चाई जानकर हैरान रह गए। वे आम आदम बनकर गए थे, लेकिन उनको कई प्रकार की गड़बड़ियां मिली इसके साथ ही उनके भूखे ही लौटना पड़ा। अब आप सोच सकते है कि आम लोगों के साथ क्या होगा।
नहीं दे रहे हे कूपन या रसीद
दरअसल, विधायक बुडानिया सोमवार को सुबह चूरू शहर में सैनिक विश्राम गृह के पास (नए बस स्टैंड) रैन बसेरे में संचालित इंदिरा रसोई का अवलोकन करने पहुंचे। उन्होंने अंदर जाकर आम लोगों की तरह भोजन करने की साेची। इंदिरा रसोई में दस रुपए देकर कूपन मांगा तो उनका नाम और उम्र लिख लिया गया। उन्होंने पूछा कि कूपन या रसीद तो आपने नहीं दी तो कहा गया कि नाम लिख लिया है। उस समय तक इंदिरा रसोई में काम कर कार्मिकों को ये पता नहीं था कि वह विधायक है। उन्होंने खाना भी नहीं खाया। उनको रुपए भी वापस नहीं दिए गए। इस बीच उन्होंने रसोई में बन रहा भोजन देखा। एक बर्तन में दाल थी जिसमें पानी अलग दिख रहा था और दाल अलग थी।
खाना तैयार करने में मिली खामियां
विधायक ने भोजन की गुणवत्ता को लेकर नाराजगी जताई। कहा कि राज्य सरकार की शानदार योजना को संचालक पलीता लगा रहे हैं। दाल में पानी ही पानी नजर आ रहा था। सब्जी भी गुणवत्तायुक्त नहीं थी। उन्होंने चूरू की इस रसोई में खाना खाने आने वाले लोगों का कोई रिकॉर्ड नहीं रखा जा रहा है। किसी को अब तक खाने की रसीद नहीं दी गई है, ये गलत है। 10:30 बजे तक खाना तैयार नहीं हुआ। जो खामियां मिली है, उसके बारे में सीएम व स्थानीय प्रशासन को अवगत कराया जाएगा।